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10 साल के अंदर पूरी दुनिया को कोरोना जैसी महामारी अपनी चपेट में ले सकती है। लंदन के हेल्थ एनालिटिक्स फर्म एयरफिनिटी लिमिटेड के अनुसार 27.5% संभावना है कि अगले दशक में कोविड -19 जैसी घातक महामारी हो सकती है, क्योंकि वायरस बार-बार उभरता है। लंदन स्थित एयरफिनिटी लिमिटेड के अनुसार, जलवायु परिवर्तन, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में वृद्धि, बढ़ती आबादी और जूनोटिक बीमारियों से उत्पन्न खतरा महामारी के पैदा होने के सबसे अहम कारण हैं। फर्म के मॉडलिंग के अनुसार अगर वायरस के सामने आने के 100 दिन के अंदर वैक्सीन मिल जाए तो घातक महामारी 8.1% तक कम हो जाती है।
यह नया मूल्यांकन गंभीरता की अलग-अलग स्थिति के तहत भविष्य की महामारियों की संभावना को रेखांकित करता है। आकलन के अनुसार सबसे खराब स्थिति में एक बर्ड फ्लू प्रकार का वायरस जो मनुष्य से मनुष्य में फैल सकता है, एक ही दिन में ब्रिटेन में 15,000 से अधिक लोगों को मार सकता है। दुनिया अभी कोविड-19 के साथ जी रही है, स्वास्थ्य विशेषज्ञ अगले संभावित वैश्विक खतरे की तैयारी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
20 सालों में तीन प्रमुख कोरोना वायरस देखे गए
हेल्थ फर्म के आकलन के अुसार में पिछले दो दशकों में पहले से ही तीन प्रमुख कोरोना वायरस देखे गए हैं जो सार्स, मर्स और कोविड-19 के रूप में है। 2009 में स्वाइन फ्लू महामारी भी आई थी। एच5एन1 बर्ड फ्लू स्ट्रेन का तेजी से प्रसार पहले से ही चिंता का विषय है। जबकि अभी तक बहुत कम लोग संक्रमित हुए हैं और इसके मानव-से-मानव में फैलने के कोई संकेत नहीं हैं। लेकिन पक्षियों में यह असमान रूप से फैल रहा है तथा स्तधारी जीवों में बढ़ती घुसपैठ ने वैज्ञानिकों और सरकारों के बीच चिंता पैदा की है।
जीका का टीका भी नहीं
एयरफिनिटी ने कहा कि एमईआरएस और जीका जैसे कई उच्च जोखिम वाले रोगजनकों के लिए टीके या उपचार को मंजूरी नहीं मिली है। मौजूदा निगरानी नीतियों से समय पर नई महामारी का पता लगाने की संभावना नहीं दिख रही है। इसलिए सुझाव दिया गया है कि महामारी की तैयारी के उपायों की तत्काल आवश्यकता है। एक अनुमान के मुताबिक, 6 लाख लोगों की मौत हो सकती है।
अगले 5 वर्षों के भीतर विभिन्न रोगजनक के प्रकोप का खतरा
कोविड-19 14.9%
ओमिक्रॉन 1.3%
एच5एन1 0.1%