Home Life Style 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति, जान लें कब है सीता अष्टमी, विजया एकादशी, शनि प्रदोष व्रत और महाशिवरात्रि

13 फरवरी को कुंभ संक्रांति, जान लें कब है सीता अष्टमी, विजया एकादशी, शनि प्रदोष व्रत और महाशिवरात्रि

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13 फरवरी को कुंभ संक्रांति, जान लें कब है सीता अष्टमी, विजया एकादशी, शनि प्रदोष व्रत और महाशिवरात्रि

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हाइलाइट्स

फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को सीता जी का धरती पर अवतरण हुआ था.
13 फरवरी को सूर्य का गोचर कुंभ राशि में होगा.
इस साल का पहला शनि प्रदोष व्रत 18 फरवरी को है.

फरवरी 2023 का तीसरा सप्ताह आज 12 फरवरी दिन रविवार से शुरू हुआ है. यह सप्ताह 12 फरवरी से 18 फरवरी तक है. इस सप्ताह में 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति है. इस दिन सूर्य का कुंभ रा​शि में गोचर होगा और शनि सूर्य की युति बनेगी. सूर्य का यह राशि परिवर्तन सभी लोगों के जीवन पर प्रभाव डालेगा. फरवरी के तीसरे सप्ताह में सीता अष्टमी या जानकी जयंती, मासिक कालाष्टमी, विजया एकादशी, शनि प्रदोष और महाशिवरात्रि जैसे बड़े व्रत और त्योहार आने वाले हैं. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कृमार भार्गव से जानते हैं कि ये व्रत और त्योहार कब, किस दिन हैं और इनका क्या महत्व है.

13 फरवरी, दिन सोमवार: कुंभ संक्रांति, सूर्य गोचर, सूर्य शनि युति, सीता अष्टमी, जानकी जयंती, मासिक कालाष्टमी व्रत 
कुंभ संक्रांति 2023: 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा करते हैं. उनको जल से अर्घ्य देते हैं. उसके बाद अपने सामर्थ्य अनुसार अन्न, वस्त्र, फल आदि का दान करते हैं.

सूर्य गोचर 2023: 13 फरवरी को सूर्य का गोचर कुंभ राशि में होगा. सूर्य के इस राशि परिवर्तन से कुंभ राशि में सूर्य और शनि की युति बनेगी. सूर्य 15 मार्च को सुबह तक कुंभ राशि में रहेंगे और फिर मीन राशि में प्रवेश करेंगे.

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सीता अष्टमी 2023: इस साल सीता अष्टमी 13 फरवरी को है. इस दिन जानकी जयंती है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को सीता जी का धरती पर अवतरण हुआ था. इस दिन व्रत और पूजा करने से सुख समृद्धि बढ़ती है.

मासिक कालाष्टमी 2023: फाल्गुन माह का कालाष्टमी व्रत भी 13 फरवरी को है. इस दिन व्रत रखा जाता है और काल भैरव की पूजा की जाती है. उनकी कृपा से सभी प्रकार के रोग, दोष, तंत्र मंत्र की बाधा खत्म हो जाती है.

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16 फरवरी, दिन गुरुवार: विजया एकादशी व्रत, गृहस्थ के लिए
17 फरवरी, दिन गुरुवार: विजया एकादशी व्रत, वैष्णव के लिए
विजया एकादशी 2023: इस साल विजया एकादशी व्रत दो दिन 16 फरवरी और 17 फरवरी को है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. इससे कार्यों में सफलता प्राप्त होती है. 16 फरवरी को गृहस्थ विजया एकादशी का व्रत रखेंगे.

18 फरवरी, दिन शनिवार: शनि प्रदोष व्रत, महाशिवरात्रि
शनि प्रदोष व्रत 2023: इस साल का पहला शनि प्रदोष व्रत 18 फरवरी को है. इस दिन भगवान शिव की पूजा शाम के समय प्रदोष मुहूर्त में करते हैं. शनि प्रदोष व्रत रखने से पुत्र की प्राप्ति होती है.

महाशिवरात्रि 2023: इस साल महाशिवरात्रि का पार्वन पर्व 18 फरवरी को है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव शंकर की पूजा विधि विधान से करते हैं और महाशिवरात्रि की कथा सुनते हैं. इस दिन मंदिरों में शिव पार्वती विवाह का आयोजन होता है और शिव बारात निकाली जाती है.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Lord Shiva, Lord vishnu, Mahashivratri

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