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यस बैंक के शेयर (Yes Bank Share) शुक्रवार के शुरुआती कारोबार में बीएसई पर 14% से अधिक बढ़कर 20.25 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी के शेयर 2 साल हाई के करीब कारोबार कर रहे हैं। इसका बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी बैंक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। बैंकिंग स्टॉक (Banking stock) ने पिछले छह महीनों में 52% से अधिक की बढ़त के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है।
इसलिए चढ़ा यस बैंक का शेयर…
कंपनी के शेयरों में तेजी के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, यस बैंक ने डिजिटल वेंचर्स प्राइवेट के खिलाफ कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) शुरू करने के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) का रुख किया है। यह ज़ी लर्न लिमिटेड की सब्सिडियरी यूनिट है। प्राइवेट बैंक ने इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड एक्ट 7 के तहत याचिका दायर की है। इससे पहले अप्रैल में 468 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के बाद Zee Learn के खिलाफ इन्सॉल्वेंसी प्रक्रिया शुरू करने के लिए बैंक द्वारा NCLT के समक्ष इसी तरह की इन्सॉल्वेंसी एप्लिकेशन दायर की गई थी।
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RBI ने दी थी यस बैंक में 9.99% अधिग्रहण की अनुमति
इस महीने की शुरुआत में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निजी इक्विटी निवेशकों कार्लाइल ग्रुप और एडवेंट इंटरनेशनल को यस बैंक में 9.99% तक अधिग्रहण करने की सशर्त मंजूरी दी थी। बैंक कार्लाइल ग्रुप और एडवेंट के साथ मिलकर आरबीआई से संपर्क करेगा कि इसकी अंतिम अनुमति पाने के लिए शर्तों को जल्द पूरा किया जाए। बता दें कि आरबीआई की पहल पर मुश्किलों में घिरे यस बैंक को उबारने के लिए कार्लाइल ग्रुप और एडवेंट वर्ष 2020 में आगे आई थीं। इस योजना के तहत दोनों पीई फर्मों की तरफ से यस बैंक में किया जाने वाला निवेश हाल के वर्षों के बड़े बैंकिंग निवेशों में से एक होगा।
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