Sunday, December 22, 2024
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14 मार्च से शुरू हो रहा है खरमास, 1 महीने तक न करें कोई शुभ कार्य आरंभ, जानें इस महीने में तुलसी का महत्‍व


Kharmas 2024 Date: गुरुवार यानी 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास की शुरुआत हो रही है. ये खरमास 13 अप्रैल तक चलेगा. खरमास के दौरान भूलकर कोई शुभ काम शुरू नहीं क‍िए जाते. जैसे इस दौरान नई सम्पत्ति, नया वाहन, गृह प्रवेष, विवाह समेत कोई भी मंगल कार्य करने की मनाही होती है. सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी बताते हैं, संस्कृत भाषा में खर गधे को कहते हैं. इस महीने में कोई भी मांगल‍िक कार्य नहीं करने चाहिए.

एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी बताते हैं, ‘पौराणिक कथा के अनुसार भगवान सूर्य अपने वाहन घोड़ों पर दया करके उन्हें कुछ समय विश्राम देते हैं और उन्हें पानी पिलाने के लिए तालाब लेकर जाते हैं. किंतु सूर्य भगवान एक बार थम जाएं तो सृष्टि कैसे चलेगी. इसलिए वह तालाब किनारे खड़े खरों यानि गधों को उन्‍होंने अपने रथ के आगे लगा दिया. चूंकि घोड़ों के मुकाबले गधों की गति काफी धीमी होती है इसलिए ये मान्‍यता है कि चाहे व्यापार हो या कोई मंगल कार्य यदि इस कालावधि में क‍िया तो वह फलीभूत नहीं होता. इसलिए खरमास में कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इन शुभ कार्यों में बच्चे का मुंडन और नामकरण, गृह प्रवेश, विवाह समारोह, नए प्रतिष्ठान का उद्घाटन आदि को खरमास के पूर्ण होने तक टालना ही बेहतर होता है.

ये है पहला खरमास, द‍िसंबर में होगा दूसरा
इस साल का पहला खरमास 14 मार्च दिन गुरुवार से लगेगा. उस दिन सूर्य देव सुबह में 11 बजकर 16 मिनट पर मीन राशि में गोचर करेंगे. उस दौरान सूर्य की मीन संक्रांति होगी. उस समय से खरमास लग जाएगा. बता दें कि ये इस साल का पहला खरमास है. इस साल का दूसरा खरमास 15 दिसंबर दिन रविवार को लगेगा. सूर्य देव 15 दिसंबर को रात 08 बजकर 49 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास शुरू होगा. ये खरमास अगले साल 2025 में मकर संक्रांति को होगा.

खरमास में क्या करें

– खरमास में दान का बहुत महत्व होता है. इसलिए 13 अप्रैल तक जितना हो सके जरूरतमंदों को पैसे या वस्तुओं का दान करें.
– धार्मिक क्रियाकलापों की दृष्टिकोण से खरमास का बेहद महत्व होता है. इसलिए इन दिनों में धार्मिक यात्राएं करना सही रहता है.
– तुलसी के पौधे के सामने रोजाना घी का दीपक जलाएं.
– सत्कर्म कर भगवान का स्मरण करें. नित्य तुलसी पूजा और दान के साथ खरमास बीत जाने के बाद किया गया शुभ कार्य ज्यादा फलदायक होगा.

Tags: Astrology, Dharma Aastha



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