
हिना आज़मी/ देहरादून. वैसे तो उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कई दुकानों की मिठाइयां मशहूर हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी दुकान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मिठाइयों का स्वाद 1875 से बरकरार है . हम बात कर रहे हैं रोशन लाल स्वीट्स शॉप की. तब अंग्रेज देहरादून में रहा करते थे और वह पलटन बाजार से शॉपिंग करने आते थे, तो यहां आकर मिठाइयां जरूर खाते थे. जब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) देहरादून किसी कार्यक्रम में शिरकत करने आते, तो रोशन लाल स्वीट्स से ही उनके लिए मिठाइयां जाती थीं. उन्हें यहां की इमरती काफी ज्यादा पसंद थी.
रोशन लाल स्वीट्स शॉप के मालिक विजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनकी यह दुकान 1875 में उनके दादा ने शुरू की थी. पहले उनकी दुकान पर देसी घी की सभी मिठाइयां जिनमें गुलाब जामुन, लड्डू और सोन हलवा बनते थे. इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने और सामान बनाना शुरू कर दिया. अब वह कई तरह की नमकीन भी बनाते हैं.
दून स्कूल में आए थे पंडित नेहरू
विजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि जब वह 9-10 साल की उम्र के थे, तब देहरादून के मशहूर दून स्कूल में एक बहुत बड़ा कार्यक्रम हुआ था, जिसमें वह अपने पिता के साथ गए थे. इस कार्यक्रम में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी शिरकत की थी. वहां हमारी दुकान से ही मिठाइयां गई थीं. पंडित नेहरू को हमारे यहां की इमरती बहुत पसंद आई थी. जब भी पंडित नेहरू देहरादून आते, तो यहां की इमरती, जलेबी और मलाई बर्फी जरूर खाया करते थे.
कहां है रोशन लाल स्वीट्स शॉप?
स्वीट्स शॉप पर अपनी सहेलियों के साथ गुलाब जामुन खाने आईं सुमन बताती हैं कि वह कॉलेज टाइम से अपने दोस्तों के साथ यहां गुलाब जामुन का स्वाद लेने के लिए आ रही हैं. उन्हें यहां की मिठाइयों का स्वाद बहुत पसंद है. अगर आप रोशन लाल स्वीट्स शॉप की मिठाइयों का स्वाद लेना चाहते हैं, तो आप देहरादून के पलटन बाजार आइए, जहां कोतवाली के सामने सीधे हाथ पर ही आपको यह दुकान मिल जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : January 7, 2024, 19:25 IST