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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बाजार से 2000 रुपये के नोट वापस लेने के फैसले की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे फैसले देश के लिए अफोर्डेबल नहीं हैं। आपको बता दें कि आरबीआई ने कहा है कि 2000 के नोटों का इस्तेमाल 30 सितंबर 2023 तक किया जा सकेगा।
आरबीआई ने शुक्रवार को देर शाम 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। राज ठाकरे से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने नोटबंदी के समय भी कहा था। यह विध्वंस का एक रूप है। अगर ये बातें विशेषज्ञों से पूछकर की जातीं तो यह नौबत नहीं आती। कभी कुछ लाने के लिए तो कभी उसे बंद करने के लिए फैसले नहीं लेने पड़ते। उस वक्त अगर नोट लाए भी जाते थे तो एटीएम में इनका इस्तेमाल तक नहीं किया जाता था। यानी नोट लाते वक्त ये भी नहीं देखा गया कि ये मशीन में जाते हैं या नहीं।”
राज ठाकरे ने आगे कहा, ”देश ऐसे फैसलों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। अब लोग पैसे वापस बैंक में डालेंगे। नए नोट लाएंगे। क्या सरकार ऐसे चलती है? क्या ऐसे प्रयोग होते हैं?”
2000 रुपये का नोट बंद
आरबीआई ने 2000 रुपए के नोट को चलन से हटाने का फैसला किया है। हालांकि 2000 रुपए के नोट 30 सितंबर तक चलन में आ सकते हैं। आरबीआई ने कहा है कि जिन नागरिकों के पास 2000 रुपए के नोट हैं, उन्हें नोट बदलने के लिए 30 सितंबर 2023 तक की समय सीमा दी जाती है। इसके अलावा बैंकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि ग्राहकों को एटीएम या किसी अन्य माध्यम से 2000 रुपए के नोट जारी न करें।’
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