राजधानी के विश्वविद्यालय और स्कूल अगले वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में कई आयाम स्थापित करेंगे। विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के अनुसार अपने यहां न केवल पाठ्यक्रमों में बदलाव करेंगे, बल्कि कई नए कोर्स भी संचालित करेंगे।
डीयू, जेएनयू, जामिया ही नहीं राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय भी समय के साथ पाठ्यक्रमों में बदलाव की योजना बना रहे हैं। आने वाले समय में विश्वविद्यालय छात्रों का बीमा, कक्षाओं के विस्तार और तकनीकी कोर्स खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं।
वर्ष 2022 खत्म होने वाला है। आने वाले नए साल में राजधानी में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में विकास को लेकर कई उम्मीदें हैं। इसे लेकर आपका अपना अखबार ‘हिन्दुस्तान’ विशेष कड़ी शुरू कर रहा है।
डीयू में परास्नातक के दाखिले सीयूईटी से
जेएनयू में नया स्कूल शुरू करने की योजना
शिक्षक विश्वविद्यालय में भी कोर्स
दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए शिक्षक विश्वविद्यालय में तकनीकी दिक्कतों के कारण 2022 में दाखिला नहीं हो पाया ऐसी संभावना है कि 2023 में इस विश्वविद्यालय में दाखिला होगा। इसमें सर्टिफिकेट कोर्स के अलावा डिप्लोमा और डिग्री कोर्स भी संचालित करने की योजना है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के दाखिले इस वर्ष सीयूईटी के माध्यम से हुए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब घोषणा की है कि वह अपने परास्नातक के दाखिले भी अगले वर्ष से सीयूईटी के माध्यम से ही करेगा। इसके लिए डीयू के कार्यकारी परिषद और विद्वत परिषद में सहमति बन गई है। इसे लेकर आगे कार्य किया जाएगा।
कई विश्वविद्यालय में नए कोर्स शुरू करने की योजना है। डीयू अपने इंजीनियरिंग के अलावा अन्य तकनीकी कोर्स संचालित करने की योजना बना रहा है। वहीं, जेएनयू भी कुछ नए कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है। हाल ही में जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री पंडित ने जेएनयू स्कूल ऑफ इंडियन लैंग्वेज खोलने की घोषणा की है। यह अगले वर्ष शुरू होने वाला है।