Home National 2024 को लेकर कांग्रेस का नया फॉर्मूला, 80 में से 20 सीटों पर ही फोकस क्यों?

2024 को लेकर कांग्रेस का नया फॉर्मूला, 80 में से 20 सीटों पर ही फोकस क्यों?

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2024 को लेकर कांग्रेस का नया फॉर्मूला, 80 में से 20 सीटों पर ही फोकस क्यों?

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विधानसभा चुनाव से लेकर नगर निकाय चुनाव तक में बुरी तरह से पिटी कांग्रेस की नजर अब 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। इसकी तैयारी में कांग्रेस अभी से जुट गई है। यूपी में 80 लोकसभा की सीटें हैं, लेकिन कांग्रेस केवल 20 सीटों पर ही फोकस कर रही है। यूपी में अभी तक अमेठी और रायबरेली सीट कांग्रेस के पास ही रही है। रायबरेली से सोनिया गांधी और अमेठी से राहुल गांधी जीतते चले आए हैं। हालांकि 2019 में अमेठी सीट कांग्रेस के हाथ से भाजपा ने छीन ली थी। लोकसभा के पिछले दो चुनाव में यूपी की 20 सीट ऐसी रही हैं जिन पर कांग्रेस पहले और दूसरे नंबर पर रही है। यहां कांग्रेस को एक लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। इन सीटों पर विजय पाने के लिए कांग्रेस ने एक बार फिर रणनीति बनाई है।

यूपी की वो सीटें जिन पर कांग्रेस का ज्यादा ध्यान

अमेठी, फतेहपुर सीकरी, कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, संतकबीर नगर, धौरहरा, उन्नाव, अकबरपुर, वाराणसी, कुशीनगर, गाजियाबाद, हमीरपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन तीसरे नंबर का था। यहां कांग्रेस को एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे। सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, प्रतापगढ़, मिर्जापुर में कांग्रेस प्रत्याशी को दो लाख से ज्यादा वोट मिले थे। वहीं उन्नाव में कांग्रेस को 1.85 लाख, लखनऊ में 1.80 लाख, बाराबंकी में 1.59 लाख और वाराणसी में 1.52 लाख वोट मिले थे। इन सभी सीटों पर एक बार फिर कांग्रेस का दूसरी सीटों के मुकाबले ज्यादा फोकस है। 2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस का रामपुर, लखीमपुर, प्रतापगढ़ और मिर्जापुर में अच्छा प्रदर्शन रहा था। यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 1.35 लाख वोट मिले थे। 

2024 में खिलाड़ी और अभिनेता भी लड़ सकते हैं चुनाव

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी इस बार लोकसभा के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है। सूत्रों के अनुसार इस बार कांग्रेस खिलाड़ियों और फिल्म अभिनेताओं को भी चुनाव में उतार सकती है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस एक बार फिर गठबंधन कर सकती है। अब सवाल उठता है कि कांग्रेस गठबंधन किससे करेगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गठबंधन किया था लेकिन प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। अगर फिर सपा से कांग्रेस का गठबंधन होता है तो कांग्रेस अपनी 20 सीटों को नहीं छोड़ेगी। 

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