
[ad_1]
Last Updated:
Shashi Tharoor Vs Bilawal Bhutto: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक जंग शुरू हो गई है. शशि थरूर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि बिलावल भुट्टो पाकिस्तानी मिशन की कमान …और पढ़ें

पाकिस्तान के शांति दूत बिलावल भुट्टो शशि थरूर के आगे कहां टिकते हैं.
हाइलाइट्स
- शशि थरूर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे.
- बिलावल भुट्टो पाकिस्तानी मिशन की कमान संभालेंगे.
- थरूर के अनुभव के आगे बिलावल कहीं नहीं टिकते.
Shashi Tharoor Vs Bilawal Bhutto: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर वैश्विक मंच पर कूटनीतिक जंग शुरू हो गई है. भारत ने अपनी बात रखने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाए हैं. इसमें से एक का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं. पाकिस्तान ने भी भारत का नकल करते हुए अपनी ‘शांति मिशन’ की घोषणा की है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो जर्दारी को इसकी कमान सौंपी, लेकिन एक्सपर्ट्स की माने तो बिलावल भुट्टो भारतीय सांसद के सामने अनुभव के मामले में पानी भरते हैं. थरूर की कूटनीतिक समझ और अनुभव के सामने बिलावल कुछ भी नहीं है.
थरूर, संयुक्त राष्ट्र में अंडर-सेक्रेटरी-जनरल रह चुके हैं. वह विदेश राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं और अपनी बौद्धिकता और प्रभावशाली वक्तृत्व के लिए जाने जाते हैं. वह संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष के साथ-साथ एक मशहूर लेखक हैं. उनकी किताब ‘एन एरा ऑफ डार्कनेस: द ब्रिटिश एम्पायर इन इंडिया, व्हाई आई एम ए हिंदू, और पैक्स इंडिका: इंडिया एंड द वर्ल्ड ऑफ द 21st सेंचुरी किताब काफी पॉपुलरिटी बटोर चुके हैं. बता दें कि एन एरा ऑफ डार्कनेस” के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला है.
भारत के प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन?
बता दें कि भारत के प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी, कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना जैसे दलों के नेता शामिल हैं. देश की सभी पार्टी आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर एकजुटता दिखा रहा है. इस टीम में सैयद अकबरुद्दीन, तरनजीत सिंह संधू और हर्ष शृंगला जैसे अनुभवी नौकरशाह भी हैं. थरूर की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल 2 जून तक अमेरिका पहुंचेगा और वहां भारत का पक्ष रखेगा.
पहले जंग और अब शांति दूत बने बिलावल
दूसरी ओर, बिलावल भुट्टो को पाकिस्तान ने वैश्विक मंच पर अपनी बात रखने के लिए चुना है. बिलावल ने 18 मई को X पर पोस्ट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मुझे वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की शांति की बात रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को कहा. मैं इस जिम्मेदारी को स्वीकार कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं.’ उनके प्रतिनिधिमंडल में डॉ. मुसादिक मलिक, खुर्रम दस्तगीर खान, शेरी रहमान और राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार जैसे नेता शामिल हैं. लेकिन, बिलावल की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं. उनकी आक्रामक बयानबाजी, जैसे “इंडस में पानी बहेगा या उनका खून बहेगा” और भारत के हमले को ‘अंधेरे में चोर’ कहना, वैश्विक मंच पर उनकी इमेज को कमजोर करता है.
थरूर के कायल पाकिस्तानी
पाकिस्तानी पत्रकार मोईद पीरजादा ने एक वीडियो में थरूर की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक सेल्फ मेड व्यक्तित्व हैं. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में 1978 से 2007 तक काम किया है. 2006 में महासचिव पद की दौड़ में दूसरे स्थान पर रहे. वहीं, बिलावल को ‘वंशवादी नेता’ बताते हुए कहा कि उनकी मां बेनजीर भुट्टो की हत्या ISI के इशारे पर हुई थी, फिर भी वह ISI के समर्थन में बोलते हैं.
पीएम मोदी भी थरूर से प्रभावित
शशि थरूर की बात करें तो उनकी अंतरराष्ट्रीय गंभीरता और कूटनीति तथा इतिहास पर पकड़ ने प्रधानमंत्री मोदी को भी प्रभावित किया है. जबकि वे भारत के प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, जिसका उद्देश्य टकराव के बजाय बारीकियों से लोगों को समझाना है, बिलावल केवल शोर मचाकर इसके विपरीत पाकिस्तान के लिए मुसीबत खड़ा कर सकते हैं. नीति निर्माताओं से भरा कोई भी कमरा बिलावल के बजाय थरूर जैसे लोगों की बात सुनने के लिए तैयार रहेगा. बिलावल बार-बार “कश्मीर विवाद” को सामने लाते हैं.

दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व…और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व… और पढ़ें
[ad_2]
Source link