हाइलाइट्स
हरियाली तीज के दिन महिलाएं हरे रंग को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं.
हरियाली तीज का उत्सव उत्तर भारत में मनाया जाता है.
इस साल हरियाली तीज पर सिद्ध योग प्रात:काल से ही शुरू हो जाएगा.
हरियाली तीज का उत्सव सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाते हैं. हरियाली तीज के दिन महिलाएं हरे रंग को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं. इस दिन हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियां आदि पहनती हैं. इस साल हरियाली तीज पर 3 शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें रवि योग, सिद्ध योग और साध्य योग शामिल हैं. इस दिन महिलाएं व्रत रखकर तीज माता की पूजा करती हैं. उनसे अपने पति की लंबी आयु, सुखी वैवाहिक जीवन और संतान के लिए आशीर्वाद मांगती हैं. हरियाली तीज का उत्सव उत्तर भारत में मनाया जाता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं हरियाली तीज पर 3 शुभ योग कब बन रहे हैं? हरियाली तीज पूजा का मुहूर्त क्या है? हरियाली तीज व्रत करने से कौन से लाभ होते हैं.
हरियाली तीज कब है?
इस साल हरियाली तीज का उत्सव 19 अगस्त दिन शनिवार को है. हरियाली तीज के लिए सावन शुक्ल तृतीया तिथि 18 अगस्त को रात 08:01 बजे से 19 अगस्त को रात 10:19 बजे तक है.
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हरियाली तीज पर 3 शुभ योग
इस साल हरियाली तीज पर सिद्ध योग प्रात:काल से ही शुरू हो जाएगा. यह रात 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. उसके बाद साध्य योग बनेगा, यह अगले दिन सुबह तक रहेगा. इसके अलावा रवि योग देर रात 01 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होगा और अगले दिन 20 अगस्त को सुबह 05 बजकर 53 मिनट पर खत्म होगा. हरियाली तीज पर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है, जो सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 47 मिनट तक है.
हरियाली तीज 2023 पूजा मुहूर्त
19 अगस्त को हरियाली तीज पूजा का शुभ समय सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजकर 08 मिनट तक, फिर दोपहर में 12 बजकर 25 मिनट से शाम 05 बजकर 19 मिनट तक है. इस दिन का अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक है.
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हरियाली तीज से होने वाले 4 लाभ
1. हरियाली तीज का व्रत और शिव-गौरी पूजा करने से सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है.
2. इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है, जिसके फलस्वरू पति को लंबी आयु प्राप्त होती है.
3. जिनको कोई संतान नहीं है, वे भी हरियाली तीज व्रत रखकर शिव-गौरी से संतान प्राप्ति के लिए आशीर्वाद लेते हैं. जिनको संतान सुख प्राप्त है, वे उनकी खुशहाली की प्रार्थना करते हैं.
4. मनचाहे वर के लिए भी हरियाली तीज का व्रत रखते हैं.
हरियाली तीज की पूजा
यह व्रत और पूजा माता गौरी के लिए विशेष रूप से किया जाता है. इस वजह से आप पूजा के समय माता गौरी को सुहाग की पिटारी यानि 16 श्रृंगार की वस्तुएं चढ़ाएं. हरियाली तीज व्रत कथा सुनें. माता गौरी की आरती करें. इससे देवी पार्वती प्रसन्न होकर आपकी मनोकामनाएं पूरी करेंगी.
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Tags: Dharma Aastha, Sawan
FIRST PUBLISHED : July 26, 2023, 08:04 IST