Home Life Style 30 मार्च को है राम नवमी, 8 शुभ योग और पुनर्वसु नक्षत्र में होगा रामलला का जन्मोत्सव, जान लें मुहूर्त, पूजा विधि

30 मार्च को है राम नवमी, 8 शुभ योग और पुनर्वसु नक्षत्र में होगा रामलला का जन्मोत्सव, जान लें मुहूर्त, पूजा विधि

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30 मार्च को है राम नवमी, 8 शुभ योग और पुनर्वसु नक्षत्र में होगा रामलला का जन्मोत्सव, जान लें मुहूर्त, पूजा विधि

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हाइलाइट्स

इस दिन केदार योग, बुधादित्य योग, गुरु आदित्य योग बना है.
उसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग बना है.
राम नवमी के दिन शिववास का भी संयोग बना है.

इस वर्ष 30 मार्च को राम नवमी है. पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी मनाई जाती है क्योंकि त्रेतायुग में इस तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र में भगवान श्रीराम का जन्म दोपहर में हुआ था. उन्होंने सूर्यवंश में भगवान विष्णु के अवतार के रूप में जन्म लिया था. इस साल 8 शुभ योग में राम नवमी मनाई जाएगी. इस दिन केदार योग, बुधादित्य योग, गुरु आदित्य योग बना है. उसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग बना है. साथ ही भगवान विष्णु का प्रिय दिन गुरुवार का संयोग भी है.

8 शुभ योगों में है राम नवमी
काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार 30 मार्च को राम नवमी के दिन मीन रा​शि में गुरु, सूर्य और बुध की उपस्थिति से बुधादित्य योग और गुरु आदित्य योग बन रहा है. इसके अलावा उस दिन मिथुन राशि में चंद्रमा तथा मंगल की उपस्थिति है. कुंभ में शनि और मेष में शुक्र के होने से केदार योग भी बन रहा है. इन तीन शुभ योगों के साथ राम नवमी को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग है, वहीं रात 10 बजकर 59 मिनट से गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग बने हैं, जो 31 मार्च को सुबह 06 बजकर 13 मिनट तक हैं. इसके अलावा दिन गुरुवार का शुभ संयोग है.

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राम नवमी 2023 तिथि मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल चैत्र शुक्ल नवमी तिथि 29 मार्च बुधवार को रात 09 बजकर 07 मिनट से 30 मार्च को रात 11 बजकर 30 मिनट तक है. उदयातिथि और दोपहर जन्मोत्सव मुहूर्त के आधार पर राम नवमी 30 मार्च को मनाई जाएगी.

राम नवमी पूजा मुहूर्त 2023
30 मार्च को राम नवमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:11 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक है. इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र रात 10 बजकर 59 मिनट तक है. इस दिन दोपहर में रामलला के जन्मोत्सव के लिए करीब ढाई घंटे का शुभ समय है. रामलला के पूजा मुहूर्त के समय में लाभ-उन्नति मुहूर्त भी दोपहर 12:26 बजे से लेकर 01:59 बजे तक है. इस मुहूर्त में पूजा पाठ करने से आपकी उन्नति होगी.

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राम नवमी पर शिववास भी
राम नवमी के दिन शिववास का भी संयोग बना है. इस दिन भगवान शिव का वास गौरी के साथ देर रात 11:30 बजे तक है. इस दिन जो लोग रुद्राभिषेकर कराना चाहते हैं, उनके लिए राम नवमी का दिन शुभ है.

राम नवमी की पूजा विधि
30 मार्च को प्रात: स्नान करके राम दरबार की मूर्ति या तस्वीर या फिर रामलला की मूर्ति को पूजा स्थान पर स्थापित कर दें. उसके बाद गंगाजल से उनका अभिषेक करें. उन्हें वस्त्र चढ़ाएं. अक्षत्, चंदन, कमल पुष्प, तुलसी का पत्ता, पंचामृत, धूप, दीप, नैवेद्य, फल, फूल, माला आदि अर्पित करें. इसके बाद रामचरितमानस का पाठ करें. यदि कम समय है तो राम रक्षा स्तोत्र का पाठ कर लें. उसके बाद राम दरबार की आरती करें.

Tags: Chaitra Navratri, Ram Navami

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