Home Life Style 40 साल से चला रहे हैं यह ठेला, हर मौसम में खाने को मिलती है इनकी पकौड़ी

40 साल से चला रहे हैं यह ठेला, हर मौसम में खाने को मिलती है इनकी पकौड़ी

0


रवींद्र कुमार/झुंझुनू : झुंझुनू का बिसाऊ कस्बा अपनी मूक रामलीला के लिए तो प्रसिद्ध है ही साथ में ही यहां पर आने वाले आसपास के गांव के लोगों को बिसाऊ में संचालित चाट का यह ठेला काफी भाता है. यह ठेला बिसाऊ के बाईपास रोड पर स्थित है. जहां पर हर समय लोगों की अच्छी खासी भीड़ जमा रहती है लोग दिनभर यहां पर इनकी चाट का लुफ्त उठाते हैं.

इस चाट के ठेले के बारे में जानकारी देते हुए मनोज कुमार ने बताया कि वह पिछले 10 साल से यहां पर चाट बेचने का काम कर रहे हैं. अपनी चाट भंडार के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह चाट भंडार पिछले 40 साल से संचालित है. 40 साल से उन्होंने अपने चाट भंडार को किसी नाम से प्रसिद्ध न करके अपने स्वाद से लोगों की जुबान तक पहुंचा है. यहां पर आने वाले लोगों को कचोरी समोसे के साथ में ही पकौड़ी का स्वाद चखने के लिए मिलता है.

40 साल पुरानी है इनकी रेसिपी

अपनी कचौरी और समोसे बनाने के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वे बिल्कुल ही साधारण तरीके से इनको बनाते हैं इसमें नए तो कोई बाहर का अतिरिक्त कोई मसला काम में लिया जाता है. आज भी उनकी वही पुरानी 40 साल पुरानी रेसिपी है. जिसमें वह साधारण व शुद्ध मसाले काम लेने की वजह से लोगों को काफी पसंद आती है. यह अपनी कचोरी समोसे में लोगों को दही के साथ में चने, भीगी हुई मूंग साथ में प्याज और टमाटर का तड़का लगाकर लोगों को देते हैं वह उन्हें काफी पसंद आता है.

20 रुपए की मिलती है एक प्लेट

मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके साथ में उनके बड़े भाई भी इस ठेले पर काम करते हैं वे दोनों भाई मिलकर पिछले 40 साल से लोगों को चार्ट परोस रहे हैं यह कचोरी समोसे के साथ में ही हर सीजन में पकौड़ी भी तैयार करते हैं यह दाल की पकौड़ी लोगों को काफी पसंद आती है समोसे की डेट के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उनकी कचोरी और समोसे ₹20 पर प्लेट के हिसाब से लोगों को खाने के लिए मिलते हैं साथ में ही ₹20 की 100 ग्राम के पकौड़ी लोगों को देते हैं.

Tags: Food, Food 18, Jhunjhunu news, Rajasthan news, Street Food



Source link