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अरविंद शर्मा/ भिण्ड. चंबल के यह इलाका ऋषियों की तपोभूमि मानी जाती है. इस तपोभूमि में कई आस्था का केंद्र बने मंदिरों की अलग अलग मान्यता है. ऐसे ही जिले के सूर्य मंदिर पर बने कुंड का जल लगाने से शरीर में फोड़ा फुंसी से ठीक हो जाते हैं. इस मंदिर पर भारी भीड़ होती है. आइये जानते शरीर मे जल कुंड का जल लगाने से रोग खत्म होने की वजह. शरीर पर फोड़ा फुंसी होने पर हम डॉक्टर के पास पहुंच जाते है. ऐसे में कई बार दवा लेने के बाद अगर आपके ठीक नही हो रहे है तो इस कुंड का जल लगाने से ठीक हो जाता है. सभी रोग दरसल भिण्ड जिले के मिहोना कस्बे के इस सूर्य मंदिर पर साल में एक बार विशाल मेला भरा जाता है, जिनमे ज्यादातर लोग मंदिर पर बने कुंड का जल ग्रहण करने भी पहुँचते हैं. मान्यता है कि इस छोटे से कुंड का जल लगाने से शरीर पर सारे रोग खत्म हो जाते है.
पुजारी अनूप सिंह बताते है कि शरीर मे सूर्य भगवान पर चढ़ने वाला जल लगाने या ग्रहण करने से काफी भक्तों के फोड़ा फुंसी तो ठीक हो ही जाते हैं. इसके अलावा शरीर की अन्य बीमारी भी ठीक हो जाती है. इसके अलावा जो भक्त पांच सोमवार फेरी लगाता है उसके पास सूर्य भगवान रोगों से रक्षा करते है. कहा जाता है भगवान भास्कर के दर्शन करने से युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है. वहीं लोगों के मनकी मुराद पूरी होती है.
400 साल पुराना है इतिहास
भिण्ड जिले का सूर्य मंदिर का निर्माण 9-10वीं शताब्दी में प्रतिहार शासकों द्वारा कराया गया था. मंदिर अपने मूल स्वरूप में नहीं है मूल रूप से यह मंदिर ईंटों से बनाया गया था. इसके नष्ट हो जाने के बाद बाद में इसका जीर्णोद्धार किया गया.
इस रूट से पहुंच सकते हैं मंदिर
भिंड के प्राचीन सूर्य मंदिर पर जाने के लिए आप भिंड से लहार तरफ जाएंगे तो इससे पहले एक मिहोना कस्बा मिलेगा, जहां आप सूर्य मंदिर पर आसानी से पहुंच सकते हैं. मंदिर पर आज भी लाखों भक्त पहुंचते हैं. सूर्य मंदिर का जल लगाने से शरीर सारे रोग ठीक हो जाते है।
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FIRST PUBLISHED : October 25, 2023, 10:56 IST
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