हाइलाइट्स
फ्रांस के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई झील के नीचे दबे 48,500 साल पुराने जॉम्बी वायरस को फिर से जिंदा किया
जॉम्बी वायरस वे वायरस होते हैं जो बर्फ में जमे हुए होते हैं
वायरस 48,500 साल पुराना है और इसमें मनुष्यों को भी संक्रमित करने की क्षमता है
मॉस्को. रूस में हुई एक अप्रत्याशित घटना में वैज्ञानिकों ने एक खतरनाक जोम्बी वायरस (Frozen Zombie Viruses) को फिर से जिंदा कर दिया है. द स्टेट्समैन न्यूज़ सर्विस की एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई झील के नीचे दबे 48,500 साल पुराने जॉम्बी वायरस को फिर से जिंदा कर दिया. वैज्ञानिकों ने लंबे समय से चेतावनी दी है कि क्लाइमेट चेंज ऐसे कई जोम्बी वायरस को जन्म दे सकता है जो लंबे समय से बर्फ में जमे हुए हैं.
बता दें कि जॉम्बी वायरस वे वायरस होते हैं जो बर्फ में जमे हुए होते हैं. डीप फ्रीज में रहते हुए, वे हाइबरनेशन (Hibernation) की तरह होते हैं जो बेहद कम तापमान के कारण उन्हें निष्क्रिय कर देता है. जैसे ही बर्फ पिघलती है और तापमान बढ़ता है, वायरस जो वर्षों से बर्फ के अंदर फंसा हुआ है, जीवित हो जाता है. फ्रेंच नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के वैज्ञानिकों ने, जिन्होंने रूस में एक जमी हुई झील (Frozen lake in Russia) के नीचे दबा हुआ वायरस पाया है, ने कहा कि यह वायरस 48,500 साल पुराना है और इसमें अन्य जानवरों और यहां तक कि मनुष्यों को भी संक्रमित करने की क्षमता है. उन्होंने वायरस को पेंडोरा-वायरस नाम दिया है.
गोलबल वार्मिंग न सिर्फ प्राकृतिक आपदाओं को बुलावा देती है बल्कि कई तरह की महामारी को बुला सकती है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पर्यावरण में भारी बदलाव आ रहा है और प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण दुनिया का तापमान बढ़ रहा है. इससे बर्फ से ढके पहाड़ पिघल रहे हैं जिसके नीचे कई विषाणु और कीटाणु जमे हुए हैं. एक बार मुक्त होने के बाद, वैज्ञानिकों का कहना है कि ये वायरस जीवन में आएंगे और कारोनावायरस की तरह दुनिया भर में फैल सकते हैं.
वैज्ञानिकों ने लगभग दो दर्जन प्राचीन विषाणुओं को पुनर्जीवित किया है, जिनमें से सबसे पुराना बहुत खतरनाक है. हजारों सदियों तक जमे रहने के बावजूद, वायरस संक्रामक बना रहता है. 48,500 से अधिक वर्षों से एक झील के नीचे जमे हुए विषाणु सहित इन विषाणुओं को पुनर्जीवित करने वाले शोधकर्ताओं के अनुसार, रूस के साइबेरिया क्षेत्र में बर्मा फ्रॉस्ट (Burma Frost in the Siberia)से एकत्र किए गए प्राचीन नमूनों की जांच में पता चला है कि ये वायरस 13 नए रोग को उत्पन्न कर सकते हैं जिसका तोड़ अभी मानव समाज के पास नहीं है.
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Tags: Infection, New Study, Russia, Virus, World news
FIRST PUBLISHED : February 21, 2023, 21:09 IST