संजय राघव
सोहना (हरियाणा). दूसरों को सुरक्षित प्रसव की सीख देने वाली आशा वर्कर की प्रसव के दौरान मौत हो गई. थोड़ी देर बाद ही उसके नवजात बच्चे ने भी पेट में ही दम तोड़ दिया. आशा वर्कर की यह पांचवीं डिलीवरी थी. उसके चार बच्चे पहले ही हैं. आशा वर्कर के पति ने बताया कि आज दोपहर को उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उसे सरकारी अस्पताल में भेज दिया. लेकिन नागरिक अस्पताल के गेट पर ही आशा वर्कर ने दम तोड़ दिया. नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. हालांकि, इस मामले में सोहना पुलिस ने आशा वर्कर के शव का पोस्टमार्टम करा आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.
आशा वर्कर हेमा घंघोला सीएचसी के अंतर्गत गांव जकोपुर में कार्यरत थी. करीब 6 वर्षों से आशा वर्कर के रूप में गर्भवती महिलाओं को प्रसव की जानकारी दे रही थी. वह गर्भवती थी और उसका आठवां महीना चल रहा था. उसे सांस लेने में समस्या थी. परिजनों ने बताया कि आज सुबह उसका बीपी काफी लो हो गया, जिसे एक निजी अस्पताल में लाया गया और हालत गंभीर होने के कारण उसे नागरिक अस्पताल सोहना में भेज दिया गया.
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जब उसे नागरिक अस्पताल सोहना लाया जा रहा था तो रास्ते में ही आशा वर्कर ने दम तोड़ दिया. उसके पेट में पल रहे बच्चे ने भी कुछ समय बाद दम तोड़ दिया. अस्पताल के अंदर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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Tags: Haryana News Today
FIRST PUBLISHED : March 29, 2023, 07:58 IST