आलोक कुमार/गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में वैसे तो खाने के लिए कई प्रकार के लजीज आइटम मिल जाएंगे, लेकिन यहां मिलने वाली एक मिठाई पिछले 50 वर्षों से लोगों के दिलों पर राज कर रही है. शुद्ध घी में तैयार होने वाला यह डिश बेहद खास है. इस डिश को यहां के लोग टिकड़ी के नाम से जानते हैं. शुद्धता और गुणवत्ता की वजह से दूर-दराज इलाकों से भी लोग टिकड़ी खाने के लिए आते हैं. स्वाद बेहद लाजवाब होने के चलते सुबह से शाम तक दुकान पर टिकडी खाने वालों की भीड़ लगती है और लोग अपने परिवार वालों के लिए भी घर लेकर जाते हैं.
अब्दुल सलाम ने बताया कि टिकड़ी बनाने की शुरुआत 1970 में किया था. पहले थोड़ा बनाकर बिक्री करते थे. जब लोगों को टिकड़ी खूब पसंद आने लगा मात्रा बढ़ाते गए. टिकड़ी का स्वाद लाजवाब होने के चलते इसकी डिमांड भी लगातार बढ़ती चली गई. अब्दुल सलाम ने बताया कि हाथ से ही टिकड़ी बनाते हैं. मृदा शुद्ध घी और चीनी की चासनी से टिकड़ी बनाया जाता है. 50 वर्षों से टिकड़ी. की मिठास लोगों के दिलों पर राज कर रहा है. इस इलाके के बहुत से लोग विदेश में रहते हैं. जब भी आते हैं तो वापस जाने के दौरान टिकड़ी खरीद कर जरूर ले जाते हैं.
रोजाना दो हजार की हो जाती है कमाई
अब्दुल सलाम ने बताया कि रोजाना 25 से 30 किलो टिकड़ी की खपत हो जाती है. 150 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक्री की जाती है. इसके अलावा ग्राहकों को 5 रुपए प्रति पीस में भी खिलाते हैं. उन्होंने बताया कि रोजाना 2 हजार से अधिक की कमाई हो जाती है. ग्राहक शंभू प्रसाद ने बताया किजिले का मशहूर टिकड़ी दुकान है. 20 साल से यहां के टिकड़ी का स्वाद खरीदकर ले रहे हैं. जब भी गोपालगंज आते हैं यहां का टिकड़ी खाकर हीं जाते हैं. ऐसा टिकड़ी पूरे गोपालगंज में कहीं नहीं मिलता है.
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FIRST PUBLISHED : February 12, 2024, 09:50 IST