उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे की चमक भी गायब होने लगती है. त्वचा पर बारीक रेखाएं, झुर्रियां और ढीलापन दिखने लगता है. ऐसे में महिलाएं और पुरुष दोनों ही अपनी त्वचा को जवान बनाए रखने के लिए तरह-तरह के महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं. लेकिन आयुर्वेद में इसका बेहद असरदार और प्राकृतिक उपाय मौजूद है. हाल ही में बाबा रामदेव ने एक आसान घरेलू नुस्खा शेयर किया है जिसे वे “कोलेजनप्राश” कहते हैं. यह आयुर्वेदिक मिश्रण त्वचा को भीतर से पोषण देता है और एजिंग के असर को कम करता है.
क्या है कोलेजनप्राश?
कोलेजनप्राश एक हर्बल मिक्सचर है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से कोलेजन की मात्रा बढ़ाता है. कोलेजन एक ऐसा प्रोटीन है जो स्किन को टाइट और ग्लोइंग बनाए रखता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में इसका निर्माण कम हो जाता है, जिससे स्किन ढीली और बेजान दिखने लगती है. इस नुस्खे को अपनाकर कोलेजन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है.
इस आयुर्वेदिक रेसिपी को आप बेहद आसानी से घर पर तैयार कर सकते हैं क्योंकि इसमें उपयोग की जाने वाली सारी सामग्री आमतौर पर रसोई या आयुर्वेदिक स्टोर में मिल जाती हैं, और किसी महंगे प्रोडक्ट की जरूरत नहीं पड़ती.
सामग्री
इस नुस्खे में तिल, तिल का तेल, एलोवेरा, जामुन का अर्क, बादाम पाउडर, सेस्बेनिया, अलसी के बीज, क्रैनबेरी, मोरिंगा की पत्ती, ब्लूबेरी, ग्रीन टी और शतावरी जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग होता है. ये सभी तत्व त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं.
बनाने का स्टेप टू स्टेप तरीका
– सबसे पहले तिल को हल्का गूंथ लें और कढ़ाही में डालें.
– इसमें तिल का तेल मिलाएं.
– अब एलोवेरा, जामुन, बादाम पाउडर, सेस्बेनिया, अलसी, क्रैनबेरी, मोरिंगा, ब्लूबेरी, ग्रीन टी और शतावरी के अर्क डालें.
– अंत में इसमें शहद और तिल से निकाला गया कोलेजन मिलाएं.
– सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिक्स कर लें. आपका कोलेजनप्राश तैयार है.
– इस प्राश को रोज सुबह और शाम 2 चम्मच खाएं.
क्या हैं इसके फायदे?
यह नुस्खा त्वचा की अंदर से सफाई करता है, जिससे एक्ने, पिंपल्स और दाग-धब्बों की समस्या कम होती है. एलोवेरा और शहद स्किन में कोलेजन के स्तर को बढ़ाकर लचीलापन बनाए रखते हैं और झुर्रियों को रोकते हैं. इसके नियमित सेवन से त्वचा दमकने लगती है और उम्र का असर कम दिखता है. इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और बालों-नाखूनों को स्ट्रॉन्ग बनाता है.