Home World चुप रहो, ठीक है?… जी7 से इतर रिपोर्टर ने ऐसा क्या पूछ दिया कि बिफर गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन?

चुप रहो, ठीक है?… जी7 से इतर रिपोर्टर ने ऐसा क्या पूछ दिया कि बिफर गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन?

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चुप रहो, ठीक है?… जी7 से इतर रिपोर्टर ने ऐसा क्या पूछ दिया कि बिफर गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन?

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टोक्यो : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन शनिवार को अपने देश की डोमेस्टिक डेट सीलिंग पर बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एक रिपोर्टर के बीच में दखल देने से वह ‘नाराज’ हो गए। बाइडन ने उससे कहा, ‘Shush up, ok?’ यानी ‘चुप रहो, ठीक है?’ जापान के हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीस के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बाइडन की यह प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका राष्ट्रपति बाइडन को पहले भी पत्रकारों के तीखे सवालों पर नाराज होते देखा जा चुका है।

रिपोर्टर ने बाइडन से अमेरिका में चल रहीं कर्ज वार्ता के बारे में सवाल पूछा था जो एक गतिरोध का रूप ले चुकी है क्योंकि खर्च में कटौती को लेकर रिपब्लिकन सांसद और वाइट हाउस आमने-सामने हैं। बाइडन ने इसे उतना गंभीर नहीं बताया जितना यह प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘यह (वार्ता) कई चरणों में चलती है। मैं पहले भी इन वार्ताओं में हिस्सा ले चुका हूं।’ बाइडन बोल ही रहे थे कि एक रिपोर्टर ने उन्हें किसी सवाल के लिए बीच में ही टोक दिया।

पहले डांटा फिर मुस्कुरा दिए बाइडन

इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति नाराज हो गए और उससे बोले, ‘चुप रहो, ठीक है?’ इतना कहकर बाइडन ने एक छोटी मुस्कुराहट दी और अपनी बात जारी रखी। दरअसल अमेरिका को अपनी कर्ज सीमा, जो इस समय 31 ट्रिलियन डॉलर है, को बढ़ाने की जरूरत है ताकि सरकार देश के बिलों का भुगतान जारी रख सके। ऋण सीमा वह अधिकतम राशि है जिसे अमेरिकी सरकार अपने वित्तीय खर्चों को पूरा करने के लिए उधार ले सकती है। यह राशि या सीमा कितनी होगी, यह अमेरिकी संसद तय करती है।

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क्यों रुकी हुई है बातचीत?

दरअसल खर्च चलाने के लिए बाइडन प्रशासन को और अधिक कर्ज की जरूरत है जिसकी मंजूरी संसद से मिलती है लेकिन इसकी राह आसान नहीं दिख रही है। वाइट हाउस और हाउस ऑफ रिपब्लिकन्स के बीच गतिरोध से एक संभावित डिफॉल्ट का खतरा पैदा हो गया है जिसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था और पूरी दुनिया पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। रिपब्लिकन पेंटागन के लिए फंडिंग बढ़ाने पर जोर देते हुए गैर-रक्षा खर्च में बड़ी कटौती की मांग कर रहे हैं। यह शिक्षा और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है जिसका डेमोक्रेट विरोध कर रहे हैं।

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