ऐप पर पढ़ें
बरेली में कर्ज में डूबे किसान ने शुक्रवार को सल्फास की गोलियां खा ली। शनिवार को फतेहगंज पश्चिमी इलाके के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। रामपुर के नरखेड़ा निवासी किसान वेद प्रकाश के बेटे राहुल ने पुलिस को बताया कि कई साल पहले पिता ने एक बैंक से दो लोन लिया था। उन्होंने एक लोन बेटी की शादी और दूसरा एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए लिया था। चार लाख से अधिक का लोन था। कुछ दिन पहले ही 1.19 लाख का लोन चुकाने के लिए बैंक से नोटिस आया था।
बैंक कर्मचारी लोन चुकाने का दबाव बना रहे थे। पैसे नहीं जमा करने पर आरसी कटवाने की बात कहते थे। इससे पिता वेद प्रकाश तनाव में आ गए। शुक्रवार को उन्होंने सल्फास की गोलियां खा लीं। आनन-फानन में उन्हें पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान रात साढ़े तीन बजे उनकी मौत हो गई। मौत के बाद सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। शव का पोस्टमार्टम कराया।
सोने गए भाई को आई सिलेंडर गिरने की आवाज, कमरे में बहन और प्रेमी को देख निकली चीख
बताया जा रहा है कि मृतक किसान बहुत समय के कर्ज में डूबा हुआ था। किसान ने बेटी की शादी व अपने साथ हुए हादसे के बाद इलाज के लिए लिया था। लोन लेने के बाद भी उसकी आर्थिक स्थिती नहीं सुधरी और वो लोन भी नहीं चुका पाया। इसी लोन की वापसी के लिए उसने कोशिश भी की लेकिन चुकाने में असमर्थ रहा। बैंक से तकादा होता रहा। इस बार बैंक ने लोन का नोटिस भेज दिया। बैंक के नोटिस में उसे धमकी दी गई थी कि उसने लोन नहीं चुकाया तो आरसी कटवाएंगे। इससी से किसान तनाव में आ गया और सल्फास की गोलियां खा लीं।