Thursday, November 7, 2024
Google search engine
HomeLife Styleप्रेग्नेंसी के बाद इन 5 चीजों से बना लें दूरी, पेट में...

प्रेग्नेंसी के बाद इन 5 चीजों से बना लें दूरी, पेट में पल रहा बच्चा रहेगा हेल्दी, मानें डॉक्टर की सलाह


हाइलाइट्स

प्रेग्नेंसी के दौरान सिगरेट, शराब और अधिक कैफीन जैसी चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
ऐसा करने से पेट में पल रहे बच्चे की सेहत पर असर पड़ता है, लर्निंग डिसेबिलिटी का भी जोखिम होता है.

Avoid eating these things during pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपना अच्छे से ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि गर्भावस्था हर महिला के लिए बेहद खूबसूरत एहसास होता है. इस दौरान महिलाओं को अपने खान-पान और गतिविधि पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. क्योंकि इस दौरान की गतिविधि आपकी सेहत के साथ-साथ पेट में पल रहे बच्चे की सेहत पर भी असर डालती है. कुछ लोग ऐसे भी चीजों का सेवन करते हैं, जो बच्चे की सेहत पर सीधा वार करती हैं. ऐसे में जरूरी है कि इन हानिकारक चीजों से जितना जल्दी हो दूरी बना लें, ताकि बच्चे को हेल्दी रखा जा सके. आइए डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल दिल्ली की गायनोकॉलोजिस्ट डॉ. ज्योति यादव से जानते हैं वो काम, जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान करने से बचना चाहिए.

कंसीव करने के बाद इन 5 कामों को करने से बचें

स्मोकिंग से बना लें दूरी: कई महिलाओं में धूम्रपान करने की आदत होती है, जोकि गर्भावस्था में भी जारी रखती हैं. एक्सपर्ट की मानें तो ऐसा करना गलत है. क्योंकि ऐसा करने से शिशु में जन्म के समय वजन कम होने की संभावना अधिक होती है. बता दें कि, धूम्रपान करने वाली माताओं से पैदा होने वाले बच्चों में, धूम्रपान न करने वाली माताओं से पैदा हुए बच्चों की तुलना में लर्निंग डिसेबिलिटी (Learning Disabilities) का जोखिम अधिक होता है. इसके अलावा, धूम्रपान करने वाली महिलाओं से पैदा होने वाले बच्चों में भी ये आदत जल्द होने की आशंका रहती है.

अल्कोहल का सेवन ना करें: डॉ. ज्योति यादव के मुताबिक, शराब का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है. यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान ऐसा करती है तो पेट में पल रहे बच्चे का विकास प्रभावित हो सकता है. गर्भावस्था के दौरान अल्कोहल का सेवन करने से आप फेटल अल्कोहल सिंड्रोम (FAS) से पीड़ित बच्चे को जन्म दे सकती हैं. फेटल अल्कोहल सिंड्रोम के चलते बच्चे में जन्म के समय कम वजन, लर्निंग डिसेबिलिटी, व्यवहार संबंधी समस्याएं जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं. यहां तक कि शराब की थोड़ी मात्रा भी समस्या पैदा कर सकती है.

कच्चा मांस खाने से बचें: डॉ. ज्योति यादव के मुताबिक, कच्चा-अधपका मांस और अंडे खाने से लिस्टेरियोसिस और टोक्सोप्लाजमोसिज का जोखिम बढ़ता है. इसके अलावा फूड पॉइजनिंग की भी आशंका रहती है. ये स्थितियां गंभीर, जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकती हैं. ऐसा करने से पेट में पल रहे बच्चे में गंभीर जन्म दोष और गर्भपात भी होने का खतरा रहता है. ऐसे में बेहतर है कि गर्भवती होने पर आप यदि अंडे और मांस खाती हैं तो वह अच्छी तरह से पका होना चाहिए.

ये भी पढ़ें:  पीरियड्स का दर्द नींद में डाल रहा खलल? एक्सपर्ट के बताए 5 आसान टिप्स करें फॉलो, चैन से सो पाएंगे आप

अधिक कैफीन से बनाएं दूरी: गर्भावस्था के दौरान अधिक कैफीन का सेवन नुकसानदायक हो सकता है. बता दें कि, कैफीन गर्भनाल या प्‍लेसेंटा के माध्यम से जाकर पेट में पल रहे बच्चे के हृदय की गति बढ़ सकता है. ऐसे में यदि बहुत जरूरी हो तो महिलाएं दिन में एक या दो कप कॉफी लें. ऐसा करना आपकी और आपके बच्चे दोनों की सेहत के लिए लाभकारी होगा.

ये भी पढ़ें:  प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए रामबाण हैं ये 4 नेचुरल ड्रिंक्स, गर्मियों में जरूर करें सेवन, बॉडी रहेगी हाइड्रेट

अनपसचुरेटेड डेयरी प्रोडक्ट्स से बचें: बढ़ते बच्चों की ग्रोथ के लिए बेशक कैल्शियम बहुत जरूरी चीज हो, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इससे बचने की बहुत जरूरत है. एक्सपर्ट के मुताबिक, गर्भवती माताओं को कच्चा दूध पीने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अनपसचुरेटेड (Unpasteurized) होता है. कच्चे दूध में लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया हो सकता है जो कई बीमारियों के साथ ही, गर्भपात जैसी समस्याओं को कारण बन सकता है.

Tags: Health News, Lifestyle, Pregnant woman



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments