Home National लोकसभा चुनाव से पहले फूलन देवी को लेकर फिर सियासत तेज, योगी के मंत्री बोले-हत्‍याकांड की हो CBI जांच

लोकसभा चुनाव से पहले फूलन देवी को लेकर फिर सियासत तेज, योगी के मंत्री बोले-हत्‍याकांड की हो CBI जांच

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लोकसभा चुनाव से पहले फूलन देवी को लेकर फिर सियासत तेज, योगी के मंत्री बोले-हत्‍याकांड की हो CBI जांच

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UP Politics: निषाद पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश के मत्स्य विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. संजय निषाद ने फूलन देवी की हत्या के मामले की सीबीआई जांच करवाने और उनकी संपत्तियों को सपा के कब्जे से मुक्त कराने की मांग उठाई है। साथ ही उन्होंने फूलन देवी के नाम से महिलाओं के लिए सेल्फ डिफेंस सेण्टर खोले जाने और फूलन देवी के गांव को आदर्श गांव के रूप में विकसित किए जाने की भी मांग की है। निषाद पार्टी ने राज्य की 37 लोकसभा सभा सीटें ऐसी चिन्हित की हैं, जहां केवल, मल्लाह, निषाद आदि की आबादी ज्यादा है।

मंगलवार को फूलन देवी की पुण्यतिथि के अवसर पर सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद फूलन देवी मछुआ समाज ही नहीं बल्कि विश्व की महिलाओं के लिए आदर्श रही हैं। बहन वीरांगना फूलन देवी ने जुल्म और अत्याचार, उत्पीड़न, शोषण के खिलाफ महिलाओं के सम्मान की रक्षा और उनके हक के लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी। मझवार जाति की उपजातियों के पिछड़ेपन का जिक्र करते हुए कहा कि यह 15 उप जातियां आज अधर में हैं।

31 दिसम्बर 2016 को तत्कालीन अखिलेश सरकार ने केवट, मल्लाह, निषाद,मांझी आदि उपजातियों को ओबीसी की सूची से निकाल दिया था। तब से अब तक इन उपजातियों के भविष्य का फैसला ही नहीं हो सका है। लम्बे समय से मांग की जा रही है कि इन मझवार जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किया जाए।

डा.संजय निषाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उन्होंने इस बारे में जब ज्ञापन सौंपा तो उसके बाद जनगणना महानिदेशालय ने 18 जनवरी 2022 को पत्र जारी किया कि केवट, मल्लाह, निषाद मझवार की उपजातियां हैं। अब सामाजिक न्याय मंत्रालय को फैसला करना है कि इन उपजातियों को वह किस वर्ग में रखेंगे।

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