Home World ‘पागल हैं, कर्मचारियों संग नौकरों जैसा बर्ताव’, राष्ट्रपति की रेस में शामिल विवेक रामास्वामी पर गंभीर आरोप

‘पागल हैं, कर्मचारियों संग नौकरों जैसा बर्ताव’, राष्ट्रपति की रेस में शामिल विवेक रामास्वामी पर गंभीर आरोप

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अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होना है। भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक विवेक रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवारी के दावेदारों में शामिल हैं। 38 वर्षीय रामास्वामी खुद को सीधे-सादे सच बोलने वाले और जबरदस्त वक्ता के तौर पर पेश करते हैं। इस बीच एक सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आई है। बिजनेस इनसाइडर ने उनकी कंपनी रोइवंत साइंसेज और स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट के कुछ पूर्व कर्मचारियों से बातचीत की है। इन लोगों ने रामास्वामी को विक्षिप्त, चंचल और पागल नेता बताया है।

बीते अगस्त में रिपब्लिकन प्राइमरी डिबेट हुई थी। इस दौरान विवेक रामास्वामी अपने आत्मविश्वास, करिश्माई और साहसी आचरण से वोटर्स के प्रिय बन गए। उन्होंने खुद को ऐसे एंटरप्रेन्योर के तौर पर पेश किया जो संघर्ष से पनपता है और लड़ाई से कतराता नहीं। मगर, अब जो रिपोर्ट सामने आई है वो कई मायनों में हैरान करने वाली है। इसमें रामास्वामी के साथ काम करने वाले 7 व्यक्तियों ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि वह विक्षिप्त, चंचल और पागल नेता साबित हो सकते हैं।

कर्मचारियों पर असामान्य नियम थोपने का दावा

एक पूर्व सहयोगी ने कहा, ‘रामास्वामी को लगता है कि लोग उसकी सेवा करने के लिए हैं। यह अधिकार जताने की भावना का संकेत है। उनकी मैनेजमेंट स्टाइल के कुछ पहलू अजीब हैं। उदाहरण के तौर पर वह अपने जन्मदिन पर ऑफिस के लिए टैको बेल का ट्रीट देते हैं। मगर, अपने कर्मचारियों से अपनी हर जरूरत को पूरा करने के लिए असामान्य नियम थोप देते हैं। वह अपने स्टाफ से व्हाइट-ग्लव सर्विस की मांग करने लगते हैं। इतना ही नहीं, इन लोगों ने ऑफिस के टेंपरेचर को लेकर भी शिकायत की। उन्होंने कहा कि रामास्वामी काम वाली जगह का तापमान इतना कम रखते हैं कि लोगों को ठंड लगने लगती है।  

कर्मचारी ने कहा- यात्रा से जुड़ी आदतें भी अनोखी 

रामास्वामी के एक पूर्व कर्मचारी ने कहा कि यात्रा से जुड़ी उसकी आदतें भी अनोखी रही हैं। उन्होंने कहा, ‘ट्रेवल के दौरान वह कई बैकअप फ्लाइट और होटल की भी बुकिंग करते थे, ताकि किसी तरह की दिक्कत न आए। वह अपने असिस्टेंट से लंच भी अलग प्लेट में लेता था और उसे नैपकिन के जरिए परोसा करता था।’ कर्मचारी ने आगे बताया, ‘रामास्वामी अपने भोजन में हमेशा पनीर की मांग करता था, जो कि काफी हैरानी वाली बात रही। उनका एक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड था जो कि पूर्व आर्मी रेंजर था। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल होने से पहले तक वह उसके साथ रहा।’

केरल से US गए थे रामास्वामी के पेरेंट्स

बता दें कि विवेक रामास्वामी की गिनती टेक सेक्टर के बड़े बिजनेसमैन में होती है। रामास्वाकी के बचपन में ही उनके पेरेंट्स यूएस जाकर बस गए थे। रामास्वामी ने बीते दिनों कहा कि अगर वह 2024 का चुनाव जीत जाते हैं तो संघीय सरकार के 75 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को हटा देंगे और FBI जैसी कई प्रमुख एजेंसियों को बंद कर देंगे। रामास्वामी ने कहा कि उनके निशाने पर शिक्षा विभाग, एफबीआई, आबकारी, तंबाकू, शस्त्र और विस्फोटक ब्यूरो, परमाणु नियामक आयोग, (आंतरिक राजस्व सेवा) आईआरएस और वाणिज्य विभाग होगा। रामास्वामी के हवाले से कहा गया, ‘हम पहले दिन से शुरू कर देंगे। हम पहले साल के अंत तक कर्मचारियों की संख्या में 50 प्रतिशत कटौती करना चाहते हैं।’



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