उत्तर प्रदेश के आगरा में कैश कलेक्शन करने वाली कंपनी का एक कर्मचारी 1.37 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया। पुलिस अधीक्षक नगर विकास कुमार ने बुधवार को कहा कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। सर्विलांस की मदद भी ली जा रही है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे भी युवक की तलाश की जा रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिकंदरा क्षेत्र में स्थित ब्रिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का कर्मचारी मंगलवार को 1 करोड़ 36 लाख रुपये लेकर फरार हो गया है। कर्मचारी हर दिन कैश जमा कराने जाता था। लेकिन मंगलवार को वह बैंक नहीं पहुंचा। कंपनी के अधिकारी के पास शाम तक जब बैंक का मैसेज नहीं आया तो मैनेजर ने कर्मचारी को फोन लगाया। लेकिन उसका फोन बंद बता रहा था। कंपनी मैनेजर ने देर रात रकाबगंज थाने में जाकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं।
पुलिस के मुताबिक कंपनी द्वारा कई बड़ी कंपनियों का कैश कलेक्शन का काम किया जाता है। हर दिन के कैश को रकाबगंज स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा कराया जाता है। कंपनी में सदर सुल्तानपुरा निवासी विवेक काम करता है। विवेक पर ही कैश बैंक में जमा कराने की जिम्मेदारी है। कंपनी के मैनेजर शिशुपाल यादव ने बताया कि मंगलवार को दोपहर 12 बजे विवेक आफिस से बक्से में 1.37 करोड़ रुपये लेकर बैंक के लिए निकला। गाड़ी में विवेक के अलावा चार अन्य सुरक्षाकर्मी भी थे। सुरक्षा कर्मी नगदी से भरे बक्से बैंक के अंदर रखकर वापस लौट आए। विवेक बक्सों के साथ था।
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पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो कर्मचारी बक्से में से रुपये निकालकर अपने बैग में रखता दिख रहा है और वहीं से वह सारी रकम बैग में भरकर फरार हो गया। इस संबंध में बैंक मैनेजर ने थाना रकाबगंज में मुकदमा दर्ज कराया है। कंपनी द्वारा ब्रिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड टोरेंट पावर, वोडाफोन, डीएचएल और ब्लूडॉट जैसे कंपनियों का कैश कलेक्शन का काम किया जाता है।