
[ad_1]
आमतौर पर हम सभी ऐसा अनुभव करते हैं कि लड़कियां अपनी पसंद को लेकर कई बार कंफ्यूज्ड दिखती हैं. इस बात को अब साइंस द्वारा भी साबित किया जा सकता है. वे फैशन की दुनिया से लेकर निजी जिंदगी में कंफ्यूज्ड नजर आती हैं. एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों के पसंद में बदलाव के पीछे बॉयोलॉजिक कारण होते हैं. पर्सनल लाइफ में भी इसका असर होता है. बॉयोलॉजिकी उन्हें कभी चॉकलेटी लड़का पसंद आता है तो कभी वे वाइल्ड लुक वाले लड़कों पर दिल फेंकती नजर आती हैं. लेकिन, इसका मतलब यह कतई नहीं है कि लड़कियां रिश्तों को लेकर गंभीर नहीं होतीं.
साइक्लॉजी टुडे की एक रिपोर्ट में लड़कियों की पसंद को लेकर विस्तृत चर्चा की गई है. इसमें कहा गया है कि ऐसा संभव है कि एक लड़की कुछ दिनों तक चॉकलेटी लुक वाले लड़के को पसंद करे और कुछ दिन बाद उसका पसंद बदल जाए. वह अगले हफ्ते वाइल्ड लुक वाले लड़के पर दिल फेंकती नजर आ सकती है.
दरअसल, लड़कियों के पसंद में बदलाव के पीछे का कारण उनकी बॉडी में हर माह होने वाला हार्मोनल-बॉयलॉजिकल चेंज है. साइक्लॉजी टुडे ने इस बात का जिक्र ‘गुड जीन्स ओवुलेट्री शिफ्ट हाइपोथेसिस’ (good genes ovulatory shift hypothesis) नामक अध्ययन के आधार पर किया है. इसमें कहा गया है कि लड़कियों का विपरित लिंग के प्रति आकर्षण उनके पीरियड साइकिल के हिसाब से बदल सकता है. ऐसा बिल्कुल संभव है कि कोई लड़की पीरियड साइकिल के शुरू में चॉकलेटी लुक वाले लड़के को पसंद करे और वही लड़की जब ओवुलेट होती हो तो उस दौरान वह किसी वाइल्ड लुक वाले लड़के के साथ समय बिताना पसंद करे.
गुड लुकिंग लड़का एक अच्छा पिता बन सकता है
इस सर्वे में कहा गया है कि महिलाएं जब ‘लोवर रिस्क ऑफ कंसेप्शन’ के दौर में होती हैं तो सोचती हैं कि गुड लुकिंग लड़का एक अच्छा पिता बन सकता है. ‘लोवर रिस्क ऑफ कंसेप्शन’ से मतलब उस समय अवधि से है, जब महिलाएं संभोग करें तो उनके गर्भवती होने की संभावना काफी कम रहती है. ऐसे समय में वह चॉक्लेटी लुक वाले लड़कों की ओर आकर्षित होती हैं. ठीक इसके उलट जब महिलाएं ओवुलेट होती हैं. यानी पीडियड साइकिल का वह समय जब महिलाओं में ऐग बनते हैं और संभोग करने पर उनके मां बनने की संभावना प्रबल होती है, ऐसे समय में वह वाइल्ड लुक वाले लड़कों की ओर आकर्षित होती हैं.
हालांकि, इस रिपोर्ट की लेखक यहां पर थोड़ा सचेत करती हैं. वह कहती हैं कि इस तथ्य को अभी पूरी तरह से रियल लाइफ पर लागू नहीं किया जा सकता, क्योंकि इस क्षेत्र में अभी और रिसर्च की जरूरत है.
ऐसे किया रिसर्च
राइटर करेन वु पीएचडी (Karen Wu Ph.D) ने ‘डु फर्टाइल वुमेन प्रेफर मोर मैस्कुलीन मेन’ (Do Fertile Women Orefer More Masculine Men?) शीर्षक से यह लेख लिखा है. उन्होंने रियल लाइफ में खुद इसको लेकर एक्सपेरिमेंट किए हैं. इस अध्ययन में उन्होंने 262 सिंगल एशियन अमेरिकन महिलाओं को शामिल किया. इनकी उम्र 18 से 30 साल रखी गई. इस दौरान इन महिलाओं को उनकी उम्र के हिसाब से विभिन्न वर्गों में बांटा गया और उनसे पीरियड साइकिल को लेकर प्रश्नावली दी गई. इन सभी का तीन मिनट का स्पीड डेट टेस्ट किया गया. हर टेस्ट के बाद लड़कियों को अगली डेट का विकल्प दिया गया और उनसे प्रीफ्रेंस बताने को कहा गया कि वे किस तरह के लड़के- चॉकलेटी या वाइल्ड के साथ डेट करना पसंद करेंगी? इस अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि अधिकतर महिलाओं के एक पीरियड साइकिल में पसंद में काफी अंतर था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Lifestyle, Relationship
FIRST PUBLISHED : December 29, 2022, 13:13 IST
[ad_2]
Source link