शक्ति सिंह/कोटा. एजुकेशन सिटी कोटा जहां राजस्थान ही नहीं देशभर के अलग-अलग राज्यों के बच्चे इंजीनियर और मेडिकल की तैयारी करने लाखों की तादाद में आते हैं. ऐसे में कुछ ही बच्चों का आईआईटी और मेडिकल में सिलेक्शन नहीं होता है और जिसके चलते बच्चे डिप्रेशन का शिकार होते हैं. हजारों लाखों बच्चे ऐसे होते हैं जो इंजीनियर और मेडिकल की तैयारी तो कर रहे हैं, लेकिन तनाव पूर्ण होने लगते हैं. ऐसे में ज्योतिष मुकेश जैन के द्वारा कोई छोटी-छोटी रेमेडी बताई गई है जो स्टूडेंट सुबह और शाम करें तो वह तनाव से मुक्त होंगे.
ज्योतिषाचार्य मुकेश जैन ने बताया की तनाव मानसिकता का कारक है और मानसिकता से पैदा होता है. मन और मन का कारक है चंद्रमा. चंद्रमा मानव शरीर में जल का कारक है और 70% मानव शरीर के अंदर जल होता है. चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकटतम ग्रह है और ग्रहों की अपेक्षा सबसे तेज गति से भ्रमण भी करता है. 12 राशियों का भ्रमण चंद्रमा मात्र 27 दिन में पूरा कर लेता है. शनि ग्रह को 30 साल लगते है. गुरु को लगभग 13 साल लगते है. 12 राशियों के भ्रमण करने में चंद्रमा सबसे तेज होता है.
चंद्रमा के दर्शन करने पर डिप्रेशन से रहेंगे दूर
मुकेश जैन ने बताया कि बच्चा जब डिप्रेशन में हो तब उसे अगर कोई भी मोटिवेट कर दें या समझा दे तो बच्चे का मन बदल जाएगा. मन को अगर मजबूत रखना है और इस प्रकार की कोई भाव मन में न आये तो पुर्णिमा की पूर्व रात्रि को स्टूडेंट अगर चंद्रमा का पानी में दर्शन करते है और 15 से 20 मिनट इसकी रोशनी में बैठते हैं तो जीवन में कभी भी डिप्रेशन में नहीं होगा और मन में कभी गलत ख्याल नहीं आएंगे.
नौकरी ना मिलने का कारण
मुकेश जैन ने बताया कि ज्योतिषाचार्य में एजुकेशन का भाव अलग होता है और नौकरी का अलग. कई ऐसे लोग है जिन्होंने पढ़ाई नहीं की, लेकिन आज बहुत बड़े लेवल पर बैठे हैं और नौकरी कर रहे. अगर आपने अच्छी एजुकेशन कर रखी है उसके बावजूद भी अगर नौकरी नहीं मिल रही तो आपका कर्म भाव कमजोर है. ज्योतिष में यह भी बताया कि बच्चों को कौन सा सब्जेक्ट लेना है जिससे वह आगे तरक्की करें और कौन सा नहीं बच्चों के माता-पिता एक अच्छे ज्योतिषी से इसके बारे में राय ले सकते हैं. बच्चे चंद्रमा की अनुकूलता के लिए शिवजी की साधना कर सकते हैं सुबह-शाम हनुमान जी का पाठ कर सकते हैं. ऐसा करने से बच्चों के मन मे गलत विचार नहीं आएंगे.
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FIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 15:35 IST