
[ad_1]
दुर्गेश सिंह राजपूत / नर्मदापुरम. शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव जातक के कर्म के आधार पर अच्छा या बुरा हो सकता है. वर्तमान में कुंभ, मीन व मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है. इस समय कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार शनि ग्रह को न्यायदेवता व कर्मफलदाता माना जाता है. शनिदेव हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं. शनि के राशि बदलते ही कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो जाता है.
वर्तमान में कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का चल र दूसरा चरण- शनि की साढ़ेसाती को कष्टकारी माना गया है. दूसरे चरण के समय जातक को मानसिक, शारीरिक व आर्थिक कष्टों का सामना करना पड़ता है. इस अवधि में रिश्तों में उतार- चढ़ाव बढ़ जाता है. सेहत का खास ध्यान रखना पड़ता है. पं अजय दुबे के अनुसार कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती 24 जनवरी 2020 से प्रारंभ हुई है. कुंभ राशि वालों को शनि की महादशा से 3 जून 2027 को मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन शनि की साढ़ेसाती से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि के मार्गी होने पर ही छुटकारा मिलेगा. इस तरह से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिल जाएगी.
शनिदेव की साढ़ेसाती के तीन चरण
शनिदेव की साढ़ेसाती तीन चरण की होती है. वर्तमान में मीन राशि वालों पर पहला चरण, कुंभ राशि वालों पर दूसरा एवं मकर राशि वालों पर तीसरा चरण चल रहा है. जबकि कर्क व वृश्चिक राशि वालों पर शनिदेव की ढैय्या का प्रभाव है. शनिदेव की ढैय्या ढाई साल की होती है.
यह है शनिदेव के उपाय
शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को किसी शनि मंदिर जाकर शनि दर्शनकरने चाहिए, एवं पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. हम भगवान शिव की भी पूजा कर सकते है.
.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Mp news
FIRST PUBLISHED : December 3, 2023, 10:07 IST
[ad_2]
Source link