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मोहित शर्मा/करौली. लहसुन के दिन पर दिन बढ़ते भावों ने कहीं ना कहीं आम आदमी कि चिंता बढ़ा दी है. बीते साल आसमान पर रहने वाले लहसुन के भावों ने एक और जहां किसानों को मालामाल किया है तो वहीं दूसरी ओर गरीब आदमी की इसी लहसुन के महंगी दामों ने कमर तोड़ दी है. साल 2023 में पूरे साल ही लहसुन के भाव आसमान पर रहने के कारण रसोई का भी स्वाद बिगड़ने के साथ ही गड़बड़ा गया है. इतना ही नहीं, कई लोग तो महंगे दामों के कारण इसका सब्जी में इस्तेमाल करना तक भूल गए और गरीब आदमी का तो लहसुन को छूना तक मुश्किल हो गया है.
बता दें कि ₹100 से बढ़कर ₹300 किलो तक पहुंचने वाले लहसुन के भाव पिछले दो-तीन दिनों से ₹400 किलो पहुंच गए है. जिससे अब आम आदमी की रसोई का स्वाद और भी ज्यादा चौपट हो गया है. इसके बढ़ते दामों और मंडियों में भी इसकी मांग भी कम हो जाने से थोक व्यापारी भी इसे बहुत कम मात्रा में खरीदना पसंद कर रहे हैं. लहसुन के थोक व्यापारी मनोज कुमार गुप्ता का कहना है कि साल 2023 से पहले लहसुन के भाव बहुत ही कम रहे थे. उत्पादन इतना था कि ₹5 किलो में भी लहसुन को खरीदना कोई पसंद नहीं कर रहा था. यही वजह है कि इस बार किसानों ने इसकी पैदावार कम की है जिससे लहसुन के दाम बीते पूरे साल ही तेज रहे हैं.
लोगों की पॉकेट पर पड़ा असर
सबसे पहले लहसुन का भाव ₹100 किलो फिर ₹200 किलो उसके बाद बढ़ते-बढ़ते ₹300 किलो और अब यही लहसुन पिछले दो-तीन दिनों से ₹400 किलो पहुंच गया है. हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि आने वाले समय में इसके भाव नई फसल आने से कम हो जाएंगे. फिलहाल करौली की सब्जी मंडी में लहसुन का थोक भाव ₹300 किलो और फुटकर में ₹400 किलो चल रहा है. व्यापारी मनोज कुमार का यह भी कहना है कि महंगे भावों के कारण लोग कम खरीद रहे हैं. क्योंकि ₹400 किलो भाव होने के कारण लहसुन को 1 किलो खरीदने वाला व्यक्ति आधा किलो, आधा किलो वाला पावर और पावर खरीदने वाला 100 ग्राम ही खरीद रहा है.
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Tags: Food, Karauli news, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : January 31, 2024, 16:29 IST
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