नई दिल्ली:
Jharkhand Politics: झारखंड को नया सीएम मिल चुका है. अब सरकार को 10 फरवरी को बहमुत साबित करना होगा. चंपई सोरेन ने शुक्रवार यानि आज सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली है. इस बीच जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं को विधायकों के टूट का डर सता रहा है. इसी कारण तीन दलों के अधिकतर विधायकों को हैदराबाद में भेज दिया गया है. रांची से विधायकों को लेकर चार्टर्ड प्लेन हैदराबाद के लिए रवाना हो चुका है. चंपई सोरेन को 5 फरवरी को बहुमत सिद्ध करना होगा. ऐसा कहा जा रहा है कि उसी दिन ये विधायक हैदराबाद से रांची आएंगे. इसके बाद विधानसभा में फ्लोर टेस्ट भी होगा.
सभी विधायक रांची में रुक गए. झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं. इसमें एक सीट खाली है. बहुमत को लेकर 41 सीटों की जरूरत है. जेएमएम के 29 विधायक मौजूद हैं. महागठबंधन में कांग्रेस के 17, आरजेडी के एक और सीपीआई (एमएल) के एक ही विधायक हैं. इन सबकी कुल संख्या 48 है. वहीं विपक्षी खेमे में भाजपा के 26, आजसू के तीन, एनसीपी के एक और दो निर्दलीय हैं. यह कुल विधायकों की संख्या 32 है.