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Bihar Lok Sabha Election Survey: कुछ महीनों के बाद देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस समेत 25 दलों से अधिक वाले ‘इंडिया’ गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है। अब ताजा सर्वे में बिहार को लेकर चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। ‘इंडिया टुडे’ और ‘सी वोटर’ द्वारा करवाए गए ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ आने के बाद भी एनडीए की सीटों में बड़ी गिरावट होती दिख रही है। बिहार में एनडीए को 40 में से 32 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि साल 2019 में कुल 39 सीटें एनडीए के खाते में आई थीं। हालांकि, बीजेपी जरूर अपने पिछले प्रदर्शन को कायम रख सकती है।
सर्वे के अनुसार, बीजेपी बिहार में 17 सीटें जीत सकती है, जबकि जेडीयू और एलजेपी को 15 सीटें मिलने का अनुमान है। बिहार की कुल 40 सीटों में से आरजेडी और लेफ्ट को मिलाकर सात सीटें मिल सकती हैं। वहीं, कांग्रेस के खाते में भी एक सीट जा सकती है। मालूम हो कि कुछ समय पहले तक नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा थे और राज्य में आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव उप-मुख्यमंत्री थे। हालांकि, बाद में नीतीश ने एनडीए में वापसी कर ली, जिसके बाद बिहार में जेडीयू और बीजेपी की सरकार बन गई है। अब बिहार के महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल ही बचे हुए हैं।
बिहार में एनडीए का वोट शेयर 2024 के चुनाव में 52 फीसदी पर आ सकता है, जबकि पिछले 2019 में यह 53 फीसदी था। इसके अलावा, महागठबंधन को बिहार में 38 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि 10 फीसदी वोट अन्य के खाते में जा सकते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार में बीजेपी को 17 सीटें मिली थीं, जबकि नीतीश कुमार की जेडीयू ने 16 सीटें जीती थीं। इसके अलावा, एलजेपी को भी छह सीटें मिलीं। वोट फीसदी की बात करें तो तब बीजेपी को 23.58 फीसदी, जेडीयू को 21.81 फीसदी और एलजेपी को 7.86 फीसदी वोट मिले थे। इसके अलावा, कांग्रेस को एक सीट मिली, जबकि आरजेडी का खाता भी नहीं खुल सका था।
बिहार को लेकर एक और सर्वे
टाइम्स नाऊ और मैट्रिज ने भी लोकसभा चुनाव को लेकर सर्वे किया है। इसमें बिहार की 40 सीटों के सर्वे के नतीजे भी बताए गए हैं। सर्वे के अनुसार, बिहार में नीतीश कुमार के साथ आने के बाद एनडीए को 35 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा, इंडिया अलायंस के खाते में पांच सीटें जाने का अनुमान है। सर्वे में सामने आया है कि 41 फीसदी लोग मानते हैं कि नीतीश के साथ आने से बिहार में एनडीए को फायदा होगा, जबकि 21 फीसदी लोगों का कहना है कि कुछ हद तक ही लाभ मिलने की उम्मीद है। उधर, 22 फीसदी लोगों ने सर्वे में बताया कि इससे एनडीए को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है।