Home Health पीरियड्स में इस खास चाय को पीने के हैं कई फायदे, दर्द से मिलेगी मुक्ति! हमेशा रहेंगे जवान

पीरियड्स में इस खास चाय को पीने के हैं कई फायदे, दर्द से मिलेगी मुक्ति! हमेशा रहेंगे जवान

0
पीरियड्स में इस खास चाय को पीने के हैं कई फायदे, दर्द से मिलेगी मुक्ति! हमेशा रहेंगे जवान

[ad_1]

सोनिया मिश्रा/ चमोली. हमेशा जवान और खूबसूरत दिखने के लिए लोग जीवन भर न जाने कितने उपाय करते हैं, महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट पर मोटी कमाई खर्च कर देते हैं, फिर भी कई बार इसके परिणाम देखने को नहीं मिलते. हम आज आपको एक बेहद साधारण मगर कारगर नुस्खा बताने जा रहे हैं जिससे आपकी जवानी बरकरार रहेगी. इसके लिए आपको चाय में कैमोमाइल यानी बबूने का फूल मिलाकर पीना चाहिए, लंबा जीवन पा सकते हैं.

बबूने का फूल सफेद रंग का होता है, इस पौधे को अपने घर में जरूर लगाना चाहिए. इसके फूलों की आप चाय भी बना सकते हैं. साथ ही इसके फूल सूखाकर भी उपयोग में लाया जा सकता है. खास बात है कि इस फूल की चाय महिलाओं के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है. मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में इससे काफी लाभ होगा. साथ ही तनाव से भी मुक्ति मिलेगी.

गुणों की खान है कैमोमाइल
उत्तराखंड के चमोली के कर्णप्रयाग में वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर वीपी भट्ट बताते हैं कि कैमोमाइल एक प्राचीन पौधा है, जिसका प्रयोग कई रोगों के उपचार में होता है. विभिन्न देशों में हुए कई शोधों के अनुसार कैमोमाइल यानी बबूने के फूल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. इसमें एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं. जो स्किन को हल्दी रखती हैं और उसमे मौजूद गंदगी को बाहर निकलती हैं. इसमें मौजूद हाइपोएलर्जिक तत्व स्किन से फ्री रैडिकल्स को निकालने में मदद करते हैं, जिससे स्किन संबंधी परेशानियां भी दूर होती हैं.

कैमोमाइल का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद
बबूने के फूल की सबसे खास बात यह है कि इसे किसी भी तरह की स्किन पर आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है और कील-मुंहासे भी दूर करता है. एक अध्ययन में पता चला है कि कैमोमाइल का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. शोध में पता चला है कि कैमोमाइल का सेवन हाइपोग्लाइसीमिया, पेट की गड़बड़ी, मोटापे की समस्या और घबराहट की बीमारी के उपचार में मददगार है. कैमोमाइल को कारगर कोलेस्ट्रॉल नियंत्रक, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी प्लेटलेट भी माना जाता है.

घर पर ही उगा सकते हैं पौधा
खास औषधीय गुणों वाले बबूने की खेती अब उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित कई अन्य प्रदेशों में बड़े पैमाने पर हो रही है. लेकिन आप इस पौधे को अपनी जरूरत के अनुसार घर पर क्यारी या गमला लगाकर भी उगा सकते हैं. अक्टूबर-नवंबर के महीने में नर्सरी से आप कैमोमाइल का पौधा लाकर घर पर लगा सकते हैं.

Tags: Chamoli News, Health News, Life18, Local18, Uttarakhand news

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

[ad_2]

Source link