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हाइलाइट्स
17 मार्च, दिन: रविवार: बरसाना के राधारानी मंदिर में फाग आमंत्रण महोत्सव, लड्डू होली.
18 मार्च, दिन: सोमवार: बरसाना लठमार होली.
20 मार्च, दिन: बुधवार: वृंदावन में फूलवाली होली, मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि होली, रंगभरी एकादशी
मथुरा की होली यानी ब्रज की प्रसिद्ध होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है. मथुरा में फाग उत्सव का प्रारंभ वसंत पंचमी के दिन से प्रारंभ हो गया है. ब्रज की होली में बरसाना की लठमार होली, राधारानी के महल की लड्डू होली, गोकुल की छड़ीमार होली, रावल का हुरंगा, होलिका दहन और रंगों की होली प्रसिद्ध है. दुनियाभर से लोग ब्रज की होली देखने के लिए मथुरा आते हैं. वहां की लठमार होली और लड्डू होली अपने आप में अनोखी होती है. ब्रज क्षेत्र में फुलेरा दूज से होली की तैयारी प्रारंभ हो जाती है. होलाष्टक के पहले दिन फाल्गुन शुक्ल अष्टमी को बरसाना की गोपियां नंदगांव फाग आमंत्रण भेजती हैं. उस शाम राधारानी के मंदिर में फाग आमंत्रण स्वीकृति का संदेशा आता है तो लड्डू होली खेली जाती है. फिर फाल्गुन शुक्ल नवमी को बरसाना की लठमार होली खेली जाती है, जिसमें नंदगांव के हुरयारे आते हैं, जिनका स्वागत लठ और रंगों से होता है. यदि इस साल आपको मथुरा की प्रसिद्ध होली में शामिल होना है तो आपको होली का कैलेंडर देख लेना चाहिए. आइए वृंदावन के आचार्य रसराज मृदुल जी महाराज से जानते हैं ब्रज की होली का पूरा कार्यक्रम.
होली कैलेंडर 2024
12 मार्च, दिन: मंगलवार: फुलेरा दूज
फुलेरा दूज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को होता है. उस दिन भगवान श्रीकृष्ण फूलों से होली खेलते हैं.
17 मार्च, दिन: रविवार: बरसाना के राधारानी मंदिर में फाग आमंत्रण महोत्सव, लड्डू होली
बरसाना के लाडली जी मंदिर से नंदगांव फाग आमंत्रण का न्योता भेजा जाता है. उधर से शाम को नंदगांव का एक पांडा फाग आमंत्रण की स्वीकृति का संदेशा लेकर लाडली जी की मंदिर में पहुंचता है. आमंत्रण स्वीकृति में उसे लड्डू खाने को दिया जाता है. वहां लड्डू होली खेली जाती है.
18 मार्च, दिन: सोमवार: बरसाना लठमार होली
बरसाना की लठमार होली अगले दिन खेली जाती है. नंदगांव के हुरयारे बरसाना में लठमार होली खेलने आते हैं, जहां गोपियां उनको रंग डालती हैं और लठ से स्वागत करती हैं.
19 मार्च, दिन: मंगलवार: नंदगांव की लठमार होली
बरसाना लठमार होली के बाद नंदगांव की लठमार होली होती है.
20 मार्च, दिन: बुधवार: वृंदावन में फूलवाली होली, मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि होली, रंगभरी एकादशी
नंदगांव की लठमार होली के बाद वृंदावन में फूलवाली होली खेली जाती है. उस दिन रंगभरी एकादशी भी होगी. भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं, उनको अबीर और गुलाल अर्पित करते हैं. यह होली काशी में मनाई जाती है.
21 मार्च, दिन: गुरुवार: गोकुल की छड़ीमार होली
वृंदावन में फूलवाली होली के बाद गोकुल की छड़ीमार होली खेली जाती है, जो गोकुल में आयोजित होती है.
24 मार्च, दिन: रविवार: होलिका दहन
इस बार होलिका दहन 24 मार्च को है. फाल्गुन पूर्णिमा को भद्रा रहित मुहूर्त में होलिका दहन करते हैं. इस बार भद्रा के कारण होलिका दहन के लिए शाम को कोई मुहूर्त नहीं है. देर रात होलिका दहन होगा.
25 मार्च, दिन: सोमवार: रंगों की होली
देशभर में रंगों की होली होलिका दहन के अगले दिन यानी 25 मार्च को है.
26 मार्च, दिन: मंगलवार: दाऊजी मंदिर में हुरंगा
30 मार्च, दिन: शनिवार: रंग पंचमी
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रंग पंचमी मनाई जाएगी. रंग पंचमी के साथ होली का समापन हो जाएगा.
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Tags: Dharma Aastha, Holi, Holika Dahan
FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 14:16 IST
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