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जो बच्चे बचपन से डॉग्स के संपर्क में रहते हैं, उन बच्चों को एलर्जी संबंधित बीमारी ‘एटोपिक एक्जिमा’ होने का खतरा कम हो सकता है. शोध से पता चला है कि डॉग्स के संपर्क से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर बनती है और उनकी त्वचा की संवेदनशीलता कम होती है. एक्जिमा एक तरह की खुजली वाली त्वचा संबंधी बीमारी है, जो शरीर के जीन्स और आसपास की चीजों के संयोजन के कारण होती है. लेकिन इस बारे में बहुत कम जानकारी है कि ये दोनों कैसे साथ मिलकर काम करती हैं. अब सवाल है कि आखिर बच्चों को एक्जिमा की बीमारी होती क्यों है? आइए जानते हैं इस बारे में-
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस नए शोध से हमें ये समझने में मदद मिलती है कि बच्चों में एक्जिमा बीमारी क्यों होती है. शोधकर्ता बताते हैं कि कुछ बच्चों में डॉग्स के घर लाने से एक्जिमा की स्थिति खराब भी हो सकती है. इसलिए सभी बच्चों के लिए डॉग्स को रखना सही नहीं हो सकता.
रिसर्च टीम ने कैसे जुटाया डेटा
कैसे पूरी हो सकी रिसर्च
दूसरी जांच में, जिसमें 2,54,532 लोग शामिल थे, पता चला कि डॉग्स के संपर्क में आने से हमारे शरीर के एक खास जीन के साथ असर होता है, यह प्रोटीन हमारे इम्यून सिस्टम यानी हमारी बीमारी से लड़ने वाली कोशिकाओं में काम करता है.
लैब में किए गए परीक्षणों से पता चला कि यह खास जीन हमारी त्वचा की कोशिकाओं में इंटरल्यूकिन-7 रिसेप्टर की बनावट को प्रभावित करता है. साथ ही, डॉग्स के संपर्क में आने से यह जीन अपने नकारात्मक असर को कम कर देता है.
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