भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपिंग कोच डेनिस वैन डे पोल का मानना है कि युवा गोलकीपर कृशन पाठक काफी मैच्योर हो गए हैं और जब पी आर श्रीजेश खेल को अलविदा कहेंगे तो उनकी जगह ले सकते हैं। 25 साल के पाठक टोक्यो ओलंपिक में श्रीजेश के साथ एक्स्ट्रा गोलकीपर थे। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में ऐतहासिक ब्रोन्ज मेडल जीता था।
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इसके बाद से पाठक और श्रीजेश दोनों भारतीय टीम का नियमित हिस्सा हैं और चार क्वार्टर में बारी-बारी से गोलकीपिंग करते हैं। पिछले 16 साल से भारतीय टीम के साथ खेल रहे 34 वर्ष के श्रीजेश अपने करियर की ढलान पर हैं। वैन डे पोल ने कहा, ‘मैंने भारतीय टीम के साथ कैम्प में काम किया है। दिसंबर में बेंगलुरू में मैंने नौ गोलकीपरों के साथ काम किया जिनमें से तीन श्रीजेश, पाठक और सूरज करकेरा भारतीय टीम का हिस्सा हैं। वहीं 2019 जूनियर टीम के गोलकीपर अब सीनियर ग्रुप में है लिहाजा भविष्य अच्छा है।’
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उन्होंने कहा, ‘आजकल गोलकीपर का काम सिर्फ गोल के सामने खड़े रहना नहीं है। अब हरफनमौला गोलकीपर होते हैं। आपको अच्छा शॉट स्टॉपर और पेनल्टी कॉर्नर को भांपने वाला भी होना चाहिए। श्रीजेश को ऐसा करते देखा है।’ उन्होंने कहा कि भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप में मेडल जीतने की प्रबल दावेदार है। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अच्छी मजबूत टीम है। हमारा डिफेंस शानदार है। इंग्लैंड के खिलाफ आक्रमण उतना अच्छा नहीं था लेकिन डिफेंस में प्रदर्शन दमदार रहा। पेनल्टी कॉर्नर का बचाव बहुत अच्छा है।’