Home Tech & Gadget लोकप्रिय चैटिंग ऐप के लाखों यूजर्स को झटका! सारे पर्सनल मेसेज हो गए लीक, कहीं आप भी उनमें से तो नहीं?

लोकप्रिय चैटिंग ऐप के लाखों यूजर्स को झटका! सारे पर्सनल मेसेज हो गए लीक, कहीं आप भी उनमें से तो नहीं?

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लोकप्रिय चैटिंग ऐप के लाखों यूजर्स को झटका! सारे पर्सनल मेसेज हो गए लीक, कहीं आप भी उनमें से तो नहीं?

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ऐप पर पढ़ें

चैटिंग ऐप्स एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर सबसे लोकप्रिय ऐप्स में शामिल हैं और आप भी कम से कम एक चैटिंग ऐप जरूर इस्तेमाल करते होंगे। कैसा हो अगर आपके दोस्तों और परिवार के लोगों को भेजे गए पर्सनस मेसेजेस लीक हो जाएं? इसबार बिल्कुल ऐसा ही हुआ है और 50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड की गई एक चैटिंग ऐप का डाटा और यूजर्स के पर्सनल चैट्स लीक हो गए हैं। 

वॉइस चैटिंग ऐप OyeTalk का बड़ा यूजरबेस इस डाटा लीक से प्रभावित हुआ है। गूगल के फायरबेस मोबाइल ऐप डिवेलपमेंट प्लेटफॉर्म पर आधारित इस ऐप का डाटा बिना किसी पासवर्ड प्रोटेक्शन के ऐक्सेस किया जा सकता है और नई ऐप में इससे जुड़े खतरे की जानकारी सामने आई है। चैट्स के अलावा यूजर्स के डिवाइस से जुड़ी जानकारी भी आसानी से ऐक्सेस की जा सकती थी।

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रिसर्चर्स ने दी बड़े खतरे की जानकारी

Cybernews के रिसर्चर्स ने बताया है कि ऐप के जरिए लीक होने वाले डाटा में डिवाइस के IMEI नंबर से लेकर यूजरनेम और अनइन्क्रिप्टेड चैट्स तक शामिल हैं। बड़ा रिस्क IMEI नंबर लीक होने से जुड़ा है क्योंकि इसकी मदद से किसी भी यूजर के डिवाइस को ट्रैक किया जा सकता है और उसकी रियल-टाइम लोकेशन पर पहुंचा जा सकता है। साफ है कि इस डाटा लीक से लाखों यूजर्स प्रभावित हुए हैं। 

500MB है लीक्स डाटाबेस का साइज

रिपोर्ट में बताया गया है कि लीक हुए डाटाबेस का साइज करीब 500MB है, यानी कि अटैकर्स को बड़े डाटा सेट का ऐक्सेस मिल चुका है। इस डाटा के जरिए प्रभावित यूजर्स को अन्य स्कैम्स या अटैक का शिकार बनाने से लेकर ब्लैकमेल करने जैसे काम किए जा सकते हैं। पहली नजर में ऐप डिवेलपर की ओर से की गई लापरवाही को इस डाटा लीक की वजह माना जा रहा है। 

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कंपनी ने अभी नहीं उठाया कोई कदम

परेशान करने वाली बात तो यह है कि सबसे सेंसिटिव यूजर्स डाटा लीक होने के बावजूद ऐप डिवेलप करने वाली कंपनी की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है और कंपनी ने रिसर्चर्स को कोई जवाब नहीं दिया। गूगल के सुरक्षा मानकों के चलते ऐप के लूपहोल्स को फिक्स किया गया और तय किया गया कि डाटाबेस सुरक्षित रहे। यही वजह है कि यूजर्स को केवल भरोसेमंद ऐप्स ही डाउनलोड करने का सुझाव दिया जाता है।

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