Home Life Style टीएनजर्स अगर पेरेंट्स से न करें खलुकर बात, तो साइकेट्रिस्ट के बताए 6 टिप्स आएंगे काम, हर समस्या होगी दूर

टीएनजर्स अगर पेरेंट्स से न करें खलुकर बात, तो साइकेट्रिस्ट के बताए 6 टिप्स आएंगे काम, हर समस्या होगी दूर

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टीएनजर्स अगर पेरेंट्स से न करें खलुकर बात, तो साइकेट्रिस्ट के बताए 6 टिप्स आएंगे काम, हर समस्या होगी दूर

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हाइलाइट्स

टीनएज में हार्मोन्स में तेजी से बदलाव होते हैं और टीनएजर्स को पेरेंट्स के सपोर्ट की जरूरत होती है.
कई बार किशोर परेशान हो जाते हैं और वे पेरेंट्स के सामने अपनी फीलिंग्स को जाहिर नहीं करना चाहते.

Parenting Tips For Teenagers: टीनएज (Teenage) एक ऐसी उम्र होती है, जिसमें लोगों का व्यवहार और मूड तेजी से बदलता है. 12 से 18 साल की उम्र को किशोरावस्था (Teenage) माना जाता है. इस अवस्था में बच्चों के शरीर में हार्मोन्स तेजी से डेवलप होते हैं और इसका असर उनकी जिंदगी पर साफतौर पर नजर आता है. इस कंडीशन में पेरेंट्स का सपोर्ट बेहद जरूरी होता है. कई बार टीनएजर्स अपनी परेशानियों को छिपाने लगते हैं और पेरेंट्स से बातचीत कम कर देते हैं. इसके अलावा अपनी फीलिंग्स को भी छिपाने लगते हैं. इससे किशोरों की मानसिक सेहत पर बुरा असर पड़ता है और कई बार वे गलत कदम उठा लेते हैं. ऐसे में जरूरी है कि पेरेंट्स उन पर नजर नज़र बनाए रखें और उनसे प्रॉपर बातचीत करते रहें.

नई दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर और साइकेट्रिस्ट डॉ. प्रेरणा कुकरेती के अनुसार टीनएज में कुछ लोग अपने पेरेंट्स से दूरी बनाने लगते हैं और अपनी फीलिंग्स को शेयर नहीं करते. ऐसा करना टीनएजर्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसकी कई वजह हो सकती हैं. हालांकि पेरेंट्स को टीनएजर्स से लगातार बातचीत करते रहना चाहिए, ताकि वे किसी भी गलत दिशा में आगे न बढ़ें और उन्हें सही मार्गदर्शन मिल सके. पेरेंट्स का सपोर्ट इस उम्र में बेहद जरूरी होता है, क्योंकि टीनएजर्स इमोशनली भी काफी बदलाव महसूस करते हैं. कई बार वे नेगेटिव पीयर प्रेशर का भी शिकार हो जाते हैं. इन चीजों से निकालने में पेरेंट्स का अहम योगदान हो सकता है.

6 टिप्स से टीनएजर्स को करें डील

– टीनेजर्स के साथ पेरेंट्स पॉजिटिव तरीके से बातचीत करने की कोशिश करें. यह भी पता लगाने की कोशिश करें कि किशोर आपसे बात क्यों नहीं करना चाहता.

– जिन एक्टिविटीज को आप दोनों एंजॉय करते हैं, उन एक्टिविटीज में शामिल होने की कोशिश करें. इससे पेरेंट्स और टीनएजर्स के बीच बॉन्ड बेहतर होगा.

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– पेरेंट्स को टीनएजर्स के साथ बैठकर डिनर करना चाहिए. इस दौरान उनके साथ थोड़ी बहुत बातचीत करने का मौका भी मिल जाएगा.

– हर दिन टीनएजर्स के साथ पेरेंट्स को कुछ टाइम स्पेंड करना चाहिए. इससे टीनएजर्स अकेलापन महसूस नहीं करेंगे और आपसे बातें शेयर करने लगेंगे.

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– पेरेंट्स अपने लाइफ एक्सपीरियंस को टीनएजर्स के साथ शेयर कर सकते हैं. इससे उन्हें कुछ सीख मिलेगी और वे उससे सबक लेकर सही रास्ता चुन सकते हैं.

– टीनएजर्स को कई बार पर्सनल स्पेस देने की जरूरत होती है. उनकी लाइफ में पेरेंट्स का ज्यादा दखल परेशानी पैदा कर सकता है. इससे बचने के लिए उन्हें पर्सनल स्पेस जरूर दें.

Tags: Health, Lifestyle, Trending news

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