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विपक्षी एकता को बड़ा झटका, अखिलेश यादव बोले- कांग्रेस से भी दूरी बनाकर रखेगी सपा

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विपक्षी एकता को बड़ा झटका, अखिलेश यादव बोले- कांग्रेस से भी दूरी बनाकर रखेगी सपा

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मोदी के खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व में मोर्चा बनाने की तैयारियों को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने कांग्रेस से भी दूरी बनाकर रखने की बात कह दी है। कोलकाता में सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की  बैठक के लिए पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साफ किया कि उनकी पार्टी भाजपा और कांग्रेस दोनों से बराबर दूरी बनाकर रखेगी। 

अखिलेश यादव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भाजपा को हराने के लिए सपा, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के साथ दृढ़ता से खड़ी रहेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बंगाल में हम ममता दीदी के साथ हैं। इस समय हमारा रुख है कि हम भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी रखना चाहते हैं।

इससे पहले कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए ममता बनर्जी की सराहना की। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमारे संविधान को बचाने के लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार है। अगर हम उत्तर प्रदेश में भाजपा को हरा सके तो भाजपा को पूरे देश में हराया जा सकता है। अखिलेश ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर देश की संपत्तियों को विदेशी शक्तियों और निजी क्षेत्र को बेचने का आरोप भी लगाया।

गौरतलब है कि पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर यूपी में चुनाव लड़ा था। राहुल गांधी के साथ अखिलेश यादव ने कई रथ यात्राएं और जनसभाओं को संबोधित किया था। इसके बाद भी सपा की करारी हार हुई है। विधानसभा चुनाव के बाद ही सपा और कांग्रेस की राहें जुदा हो गई थीं। 

इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने बसपा से गठबंधन किया था। इसका भी दोनों पार्टियों को कोई खास लाभ नहीं मिला था। इससे यह गठबंधन भी चुनाव बाद खत्म हो गया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और भाजपा को कड़ी टक्कर दी। उसकी सीटें दोगुनी हुई और मत प्रतिशत भी बढ़ गया। हालांकि सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटों की संख्या से सपा काफी दूर रह गई थी। 

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