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सोशल मीडिया पर डाली बच्चों की फोटो, तो मां-बाप को सजा; इस देश में आ गया कानून

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सोशल मीडिया पर डाली बच्चों की फोटो, तो मां-बाप को सजा; इस देश में आ गया कानून

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बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की, तो माता-पिता को सजा हो सकती है। आप सोच रहे होंगे कि यह कैसा नियम है। दरअसल, यह नया कानून है, जो फ्रांस में लागू होने जा रहा है। दरअसल, फ्रांसीसी नेशनल असेंबली में कानून पारित किया गया है, जो माता-पिता को सोशल मीडिया पर अपने बच्चों की तस्वीरें शेयर करने से प्रतिबंधित कर सकता है। बिल अदालतों को माता-पिता को अपने बच्चों की तस्वीरों को ऑनलाइन पोस्ट करने से रोकने की अनुमति देगा, माता-पिता दोनों को अपने बच्चों की इमेज राइट्स के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

तस्वीरों को पोस्ट करने के निर्णय में बच्चे को शामिल करना होगा, वो भी उनकी उम्र और मैच्योरिटी लेवल के आधार पर, और माता-पिता में से किसी के भी असहमत होने पर कोर्ट पोस्टिंग पर प्रतिबंध लगाने में सक्षम होंगी। माता-पिता अपने बच्चों के इमेज राइट्स पर अधिकार खो सकते हैं यदि उन्हें पोस्ट करना “बच्चे की गरिमा या नैतिक अखंडता को गंभीर रूप से प्रभावित करना” माना जाता है। मोस्ट एक्सट्रीम केस में भी एक फैमिली जज, अपने बच्चे की तस्वीरों को शेयर करने के लिए माता-पिता के अधिकारों को छीन सकता है, अगर इसे हानिकारक समझा जाता है।

बिल का उद्देश्य माता-पिता को जिम्मेदार बनाना

इस बिल का उद्देश्य माता-पिता को अपने बच्चों के गोपनीयता अधिकारों के लिए जिम्मेदार बनाना है जो अपनी तस्वीरों को ऑनलाइन अपलोड करने के लिए सहमति नहीं दे सकते। यह इन्फ्लुएंसर्स माता-पिता को दंडित करने का भी प्रयास करता है जो फॉलोअर्स को हासिल करने और अपने बच्चों की तस्वीरों को पोस्ट करके पैसे कमाने का प्रयास करते हैं। बच्चों के अधिकारों के लिए फ्रेंच काउंसिल ऑफ एसोसिएशन ने यूरोपोल और इंटरपोल से ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री के प्रसार और स्वयं या उनके आसपास के लोगों द्वारा स्व-निर्मित सामग्री के प्रसार के बारे में अलर्ट का हवाला दिया है।

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यह बिल दुनिया में पहला है और इसका बाल मनोवैज्ञानिकों और सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स ने स्वागत किया है। वियना यूनिवर्सिटी में कम्युनिकेशन में रिसर्चर अंजा स्टीविक का मानना ​​है कि कम उम्र के उन बच्चों की रक्षा करना आवश्यक है जिनके पास अपने माता-पिता द्वारा ऑनलाइन शेयर की गई तस्वीरों के खिलाफ बोलने की आवाज नहीं है।

माता-पिता को इसमें शामिल जोखिमों के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है, विशेष रूप से नैतिकता या दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए तस्वीरों को ऑनलाइन चोरी करने के संबंध में। बिल के पीछे फ्रांसीसी राजनेता ब्रूनो स्टडर ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि सोशल मीडिया पर मासूमियत से शेयर की गई 50% तस्वीरें बाल यौन शोषण मंचों पर चली जाती हैं।

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बच्चों की तस्वीरों को ऑनलाइन शेयर करना जोखिम पैदा कर सकता है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से किया जाए तो यह सुरक्षित भी हो सकता है। स्टीविक सुझाव देते हैं कि माता-पिता अपनी सेटिंग्स को प्राइवेट पर सेट करते हैं और केवल परिवार और दोस्तों के साथ तस्वीरों को शेयर कर सकते हैं। उन्होंने यह भी देखा है कि माता-पिता अपने बच्चे का पूरा चेहरा या शरीर दिखाए बिना बच्चों को बैक से शेयर करते हैं।

समस्या तब उत्पन्न होती है जब तस्वीरें बहुत अधिक पब्लिक होती हैं और ऑनलाइन दुर्व्यवहार करने वालों सहित सभी के लिए आसनी से उपलब्ध होती हैं। हालांकि यह बिल बाल यौन शोषण वेबसाइट्स को ऑनलाइन पोस्ट की गई सामग्री इकट्ठा करने से नहीं रोकेगा, लेकिन फ्रांसीसी सांसद माता-पिता को याद दिलाना चाहते हैं कि उन्हें अपने बच्चे की डिजिटल गोपनीयता का सम्मान करना चाहिए।

 

 

(फोटो क्रेडिट-todaysparent)

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