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हाइलाइट्स
कुंडली में राहु के शुभ होने पर जातक मजबूत व्यक्तित्व का व्यक्ति बनता है.
राहु, शुक्र, शनि और बुध ग्रह का मित्र माना जाता है.
Rahu Impact : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस तरह सूर्य और चंद्रमा धरती पर प्रत्यक्ष रूप से अपना प्रभाव डालते हैं. ठीक उसी प्रकार से कुंडली में मौजूद ग्रह भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं. ज्योतिष शास्त्र मानता है कि 9 ग्रहों में से एक राहु इंसान की जिंदगी में सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला ग्रह है. ज्योतिष में राहु को उग्र और क्रूर ग्रह माना जाता है. राहु ग्रह का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु हमेशा अशुभ नहीं होता. कुंडली में मौजूद कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं, कि राहु ग्रह इसमें इतना शुभ होता है, कि जातक को जीवन में धन की वृद्धि और सुख संपदा देता है. भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं, कुंडली में राहु के शुभ होने पर वे किस तरह से व्यक्ति धनवान और राजयोग का सुख प्रदान करता है. .
राहु का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु ग्रह उच्च का है तो उसे इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं. ऐसा व्यक्ति आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है. राहु ग्रह अपने मित्र ग्रहों के साथ बलवान होते हैं. इसके विपरीत यदि कुंडली में राहु की स्थिति कमजोर है तो वह व्यक्ति को परेशान करने लगते हैं और उसे किसी भी चीज में अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होते.
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-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति शुभ है, तो वह व्यक्ति की किस्मत को चमका सकता है. राहु के शुभ प्रभाव से व्यक्ति तीव्र बुद्धि का होता है. जिन लोगों की कुंडली में राहु शुभ स्थिति में होते हैं. वह अपने धर्म का पालन अच्छी तरह से करते हैं. कुंडली में राहु की शुभ और अशुभ स्थिति इसके निश्चित स्थान अथवा शत्रु मित्र ग्रहों की युति अथवा उनकी दृष्टि पर निर्धारित होती है.
-ज्योतिष शास्त्र बताता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि, शुक्र और बुध लग्न भाव के स्वामी है. तो राहु सफलता दे सकता है. राहु, शुक्र, शनि और बुध ग्रह का मित्र माना जाता है. वहीं यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य, चंद्र, मंगल लग्न भाव के स्वामी है. तो राहु से अशुभ फल प्राप्त होते हैं राहु इन ग्रहों का शत्रु माना जाता है.
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-यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु ग्रह तीसरे, छठे या फिर ग्यारहवें भाव में हो तो वह जातक को शुभ फल प्रदान करता है. कुंडली में राहु के शुभ होने पर जातक मजबूत व्यक्तित्व का व्यक्ति बनता है. ऐसा व्यक्ति धर्म-कर्म के कार्यों में विशेष रूचि रखता है, और यह धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों में काफी सफलता भी पाते हैं. ऐसे लोगों के पास धन की कोई कमी नहीं होती और यह समाज में धनवान व्यक्ति के रूप में स्थापित होते हैं.
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Tags: Astrology, Dharma Aastha, Predictions, Religion
FIRST PUBLISHED : April 11, 2023, 03:25 IST
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