Home National शिवखोड़ी और शंकराचार्य मंदिर, श्रीनगर का सफर होगा आसान, पैदल चढ़ने से मिलेगी राहत

शिवखोड़ी और शंकराचार्य मंदिर, श्रीनगर का सफर होगा आसान, पैदल चढ़ने से मिलेगी राहत

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शिवखोड़ी और शंकराचार्य मंदिर, श्रीनगर का सफर होगा आसान, पैदल चढ़ने से मिलेगी राहत

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हाइलाइट्स

केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, वाराणसी रोपवे निर्माण का काम शुरू हो चुका है
शिवखोड़ी रोपवे के लिए टेंडर जारी हो चुका है

नई दिल्‍ली. शिवखोड़ी और शंकराचार्य मंदिर, श्रीनगर का सफर जल्‍द आसान होगा. श्रद्धालुओं को इन दोनों तीर्थ स्‍थानों के दर्शन के लिए चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी. केन्‍द्र सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां पर रोपवे चलाने जा रही है. इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. संभावना है कि वर्ष 2025 तक शिवखोड़ी के लिए रोपवे का संचालन शुरू हो जाएगा.

नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की रोपवे निर्माण करने वाली नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के सीईओ प्रकाश गौड़ ने बताया कि जम्‍मू-कश्‍मीर में 18 स्‍थानों पर रोपवे निर्माण के प्रस्‍ताव मिले हैं. इनमें शिवखोड़ी और शंकराचार्य मंदिर भी शामिल हैं.
शिवखोड़ी में एक किमी. लंबे रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. इसकी अनुमानित लागत करीब 60 करोड़ रुपये है. इसका टेंडर भी जारी हो चुका है. वहीं, शंकराचार्य मंदिर श्रीनगर में रोपवे के लिए फीजिबिलिटी रिपोर्ट पर काम शुरू हो चुका है. इसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी.

वाराणसी, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में भी शुरू हुआ काम

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केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, वाराणसी रोपवे निर्माण का काम शुरू हो चुका है. इससे धार्मिक स्‍थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी. संभावना है कि वर्ष 2025 तक वाराणसी और 2026 तक केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे का संचालन शुरू हो जाएगा. केदारनाथ रोपवे में देश में पहली बार विश्‍व की सबसे सुरक्षित तकनीक का इस्‍तेमाल किया जाएगा. थ्री एस ट्राइ केबल तकनीक का इस्‍तेमाल किया जाएगा. इसमें केबल कार तीन तारों पर चलेगी. यह तकनीक विश्‍व में कुछ चुनिंदा जगह इस्‍तेमाल की गयी है.

वाराणसी रोपवे

रोपवे की कुल लंबाई 3.75 किमी होगी

पांच स्‍टेशन बनाए जाएंगे,

चढ़ने उतरने के लिए चार स्‍टेशन ही होंगे

पांचवां स्‍टेशन तकनीकी कारणों से बनाया जाएगा.

कैंट रेलवे स्‍टेशन, विद्यापीठ, रथयात्रा और चौथा अंतिम स्‍टेशन गोदौलिया

केदारनाथ रोपवे 

रोपवे की कुल लंबाई 9.7 किमी. होगी.

गौरीकुंड से शुरू होकर केदारनाथ पहुंचेगा.

कुल चार स्‍टेशन बनेंगे

केदानाथ के अलावा गौरीकुंड, चिरवासा और लिंटोली स्‍टेशन होंगे.

पूरे प्रोजेक्‍ट में 15 टॉवर बनेंगे.

1269 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है.

हेमकुंड साहिब रोपवे 

रोपवे की कुल लंबाई 12.4 किमी. होगी.

गोविंदघाट से शुरू होकर हेमकुंड साहिब पहुंचेगा.

कुल सात स्‍टेशन बनेंगे

1162 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है.

गोविंदघाट से भागडि़यां तक मोनो केबल और वहां से हेमकुंड साहिब तक ट्राइ केबल से 10 सीटों वाला डंगोला चलेगा.

Tags: Jammu kashmir news, Rope Way

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