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हाइलाइट्स
व्यापारी संघ ने फ्लिपकार्ट के खिलाफ कार्रवाई के लिए किया दिल्ली पुलिस कमिशनर का रूख.
द्वारका में हुए एसिड अटैक में तेजाब कथित तौर पर फ्लिपकार्ट से ही खरीदा गया था.
संघ का कहना है कि ऐसे मामलों में इन कंपनियों का ई-कॉमर्स लाइसेंस रद्द होना चाहिए.
नई दिल्ली. ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन (सीएआईटी) ने ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दिल्ली के द्वारका में एक लड़की पर तेजाब से हमला (एसिड अटैक) किया गया था और खबरों की मानें तो ये तेजाब फ्लिपकार्ट से ही खरीदा गया था. इसके बाद से ही ई-कॉमर्स मंच विभिन्न एनजीओ व सरकारी प्राधिकरणों के निशाने पर आ गया है.
सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली पुलिस कमिशनर संजय अरोड़ा से इस मामले का संज्ञान लेते हुए फ्लिपकार्ट के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट का तेजाब बेचना पूरी तरह अवैध है.
सरकार को सख्ती दिखाने की जरूरत
सीएआईटी के अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने कहा है, “अगर इसी तरह का काम किसी छोटे दुकानदार/किराना स्टोर मालिक से हुआ होता तो अब तक पुलिस उसके खिलाफ केस दर्ज कर चुकी होती. लेकिन, अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां आए दिन कानून तोड़ रही हैं और बच जा रही हैं. सरकार को ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए नियमों को सख्त करना होगा और ऐसी गलतियों के लिए उनकी जवाबदेही तय करनी होगी.”
लगाया जाए भारी जुर्माना
सीएआईटी ने कहा है कि इन कंपनियों को आईटी अधिनियम के सेक्शन 79 के कारण बचने नहीं दिया जाना चाहिए जो डाटा इंटरमीडियरीज को सुरक्षा प्रदान करता है. सीएआईटी का कहना है कि ऐसी गलती होने पर इनका ई-कॉमर्स लाइसेंस रद्द होना चाहिए और इन पर भारी जुर्माना लगना चाहिए. गौरतलब है कि उपरोक्त सेक्शन का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि अमेजन और फ्लिपकार्ट के काम को ग्राहक व विक्रेता के बीच बिचौलिये के रूप में देखा जाता है. हालांकि, सीएआईटी ने इसका भी विरोध किया है. उनका कहना है कि ये दोनों कंपनियां बिचौलिये जैसा व्यवहार नहीं करती हैं. बकौल सीएआईटी, ये कंपनियां वेयरहाउसिंग, डिलीवरी, लॉजिस्टिक, पेमेंट सेटलमेंट आदि करती हैं और ये डाटा इंटमीडियरीज का काम नहीं है.
और भी संघों ने उठाई आवाज
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने भी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए फ्लिपकार्ट से स्पष्टीकरण मांगा है. फ्लिपकार्ट से अगले सात दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. इससे पहले दिल्ली महिला आयोग ने दो ई-कॉमर्स कंपनियों को अपने मंचों के जरिये कथित रूप से तेजाब की बिक्री की अनुमति देने के लिये नोटिस जारी किया था.
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Tags: Acid attack, Business news in hindi, Confederation of All India Traders, Delhi Police Commissioner, Flipkart
FIRST PUBLISHED : December 15, 2022, 22:59 IST
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