
Tips and Tricks/आगरा. सूरज की तपिश इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी बेचैन कर रही है. गर्मी से बेहाल जानवर, खासकर आवारा कुत्ते आक्रामक हो गए हैं. आगरा के अलग-अलग इलाकों में कुत्ते राहगीरों और वाहन चालकों पर हमला कर रहे हैं. ताजमहल समेत दूसरे स्मारकों के आसपास देश-विदेश के पर्यटक भी इनके निशाने पर हैं. कोठी मीना बाजार में सौ से अधिक कुत्तों का एक झुंड सक्रिय है. जीआईसी समेत कई जगहों पर कुत्तों का आतंक है, जो राह चलते लोगों को दौड़ाकर हमला कर देते हैं. आवास विकास, शास्त्रीपुरम, लोहा मंडी, सिकंदरा और महर्षि पुरम में रात के समय दोपहिया वाहन चालकों पर हमले आम हो गए हैं. इनसे बचने के प्रयास में कई बार लोग गिरकर घायल हो रहे हैं.
रोज लग रही इतनी एंटी रेबीज
शहर में आवारा कुत्तों की संख्या 80 हजार से अधिक पहुंच गई है. जिला अस्पताल में रोजाना 250 से 300 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं. बढ़ती घटनाओं के बीच नगर निगम कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण अभियान चला रहा है. शहर को रेबीज फ्री बनाने के लिए तीन चरणों में अभियान चलाया जा रहा है. पहले दो चरण पूरे हो चुके हैं, जबकि तीसरा चरण शुरू हो गया है. कोर्ट के आदेश के चलते आवारा कुत्तों को हटाना और शेल्टर होम भेजना प्रतिबंधित है. ऐसे में उनका ‘डोमिसाइल चेंज’ नहीं किया जा सकता.
डॉक्टर ने बताया क्यों हो रहे चिड़चिड़े
पशु चिकित्सक डॉ. संजीव नेहरू के अनुसार, भीषण गर्मी में कुत्ते चिड़चिड़े हो जाते हैं. जब उन्हें भोजन और पानी नहीं मिलता तो वे अधिक भौंकते हैं और राहगीरों पर हमला कर बैठते हैं. कई बार लोग इन्हें पत्थर या डंडे से भगाते हैं, जिससे उनका व्यवहार और अधिक आक्रामक हो जाता है. उन्होंने सुझाव दिया कि लोग कुत्तों से दूरी बनाएं और अगर संभव हो तो खाने और पानी की व्यवस्था करें. खासकर छोटे बच्चों को कुत्तों से दूर रखें. गर्मी में पानी की कमी से कुत्तों का स्वभाव अधिक उग्र हो जाता है. गली की आवारा कुत्तों के लिए पानी की व्यवस्था करें.
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पीछे आएं तो क्या करें
अक्सर दो पहिया वाहनों के पीछे कुत्ते दौड़ते हैं. अगर आप भी गली मोहल्ले में अपनी बाइक लेकर जा रहे हैं और कुत्ते आपके पीछे हैं तो घबराएं नहीं. इस दौरान तेज स्पीड बाइक से अक्सर एक्सीडेंट हो जाता है. इससे कुत्ते आपका पीछा और करेंगे. ऐसी स्थिति बनने पर गाड़ी धीरे चलाएं. बहुत आराम के साथ निकलेंगे तो कुत्ते आपके पीछे नहीं आएंगे.
काटने पर क्या करें
अगर किसी को कुत्ता काट ले तो घाव को तुरंत साफ पानी और साबुन से 5–6 मिनट तक धोएं. इसके बाद पहली एंटी रेबीज डोज जल्द से जल्द लगवाएं. तीसरे दिन दूसरी डोज, सातवें दिन तीसरी डोज, 28वें दिन चौथी डोज लें. अगर घाव गहरा है तो इम्यूनोग्लोबिन इंजेक्शन जरूर लगवाएं. कुत्ते के व्यवहार पर नजर रखें. अगर वह मर जाए, तो इलाज में कोई लापरवाही न करें. समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है.