
[ad_1]
बिहार सबसे नीचे
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, झारखंड, असम, त्रिपुरा और तमिलनाडु में पांच फीसदी से अधिक परिवारों के पास कार है। जिन राज्यों में परिवारों के पास पांच फीसदी से कम परिवारों के पास कार हैं, उनमें बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। बिहार में दो फीसदी, पश्चिम बंगाल में 2.8 फीसदी, ओडिशा में 2.7 फीसदी और आंध्र प्रदेश में 2.8 फीसदी परिवारों के पास कार है। महिंद्रा के इस ट्वीट को 30 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
महिंद्रा के इस ट्वीट पर यूजर्स ने मजेदार जवाब दिए हैं। इनमें से कुछ को महिंद्रा ने रिट्वीट किया है। जेरामकृष्ण नाम के यूजर ने कहा कि सभी सीमावर्ती राज्यों में लोगों के पास ज्यादा कारें हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि हमारी सरकारी एजेंसियां इसे देख रही होंगी। अदिति दवे नाम की एक यूजर ने लिखा कि जिन इलाकों में लोगों के पास ज्यादा कारें हैं वहां की स्थितियां दुर्गम हैं। वहां पहाड़ हैं, सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है और इन्फ्रास्ट्रक्चर की समस्या है। ऐसे में कई बार लोग खुद की गाड़ी खरीदना पसंद करते हैं। दिनाकरण अरुणाचलम नाम के यूजर ने लिखा कि पहाड़ी राज्यों में ज्यादा लोगों के पास कार है। यह थार के लिए अच्छा बाजार है। ASAN नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘बिहार में जो 2% दिख रहा है वो आपके बोलेरो का होगा। वहाँ पर सिर्फ आपका बोलेरो ही चलता है।’
[ad_2]
Source link