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ब्रिटेन ने उठाए सर्वे पर सवाल
कंजर्वेटिव सांसद जूलियन लुईस और लेबर सांसद फैबियन हैमिल्टन ने कहा कि घटनाक्रम ‘बेहद चिंताजनक’ था। हैमिल्टन ने कहा, ‘किसी भी लोकतंत्र में मीडिया में ‘नतीजों के डर के बिना’ राजनीतिक नेताओं की आलोचना करने की क्षमता होनी चाहिए। यह स्पष्ट रूप से इस स्थिति में लागू होता है।’ जिम शैनन ने कहा, ‘साफ शब्दों में कहा जाए, यह देश के नेता को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री के बाद डराने-धमकाने का एक जानबूझकर किया गया कार्य था।’
बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री
बीते दिनों बीबीसी ने 2002 गुजरात दंगों पर एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की थी जिसने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। न सिर्फ भारत बल्कि ब्रिटेन में भी इसका कड़ा विरोध हुआ था। भारत ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को ‘दुष्प्रचार का हिस्सा’ बताया था। ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने भी इस पर असहमति जताई थी। डेविड ने कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच एक ‘मजबूत’ रिश्ता है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार पूरे घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है।
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