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सक्षमता परीक्षा को लेकर जिन 1205 नियोजित शिक्षकों को जांच के घेरे में शिक्षा विभाग ने लिया है, उनका चरणबद्ध सत्यापन विभाग में बुलाकर किया जा रहा है।
यह प्रक्रिया 21 मार्च तक पूरी होगी। इस समय तक विभाग में आकर सत्यापन नहीं कराने वाले शिक्षकों को 21 मार्च के बाद नोटिस भेजा जाएगा। इस संबंध में जिलों को भी आवश्यक कार्रवाई का निर्देश जाएगा। ताकि, हर शिक्षक के प्रमाणपत्रों का सत्यापन हर हल में सुनिश्चित किया जा सके। इन 1205 में वैसे शिक्षक शामिल हैं, जिनके शिक्षक पात्रता परीक्षा (बीटेट, सीटेड, एसटेट) का रौल नंबर एक से अधिक के समान हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने यह सूची विभाग को सौंपी थी। इसके बाद विभाग ने दो शिक्षकों का एक समान रौल नंबर के कारणों की जांच कराने का निर्णय लिया। इसी कड़ी में सभी को अलग-अलग दिन विभाग में बुलाया जा रहा है। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इन 1205 में 345 ऐसे शिक्षक हैं, जो सक्षमता परीक्षा के दो आवेदन फार्म भरे हैं। इनका भी सत्यापन होगा कि आखिर इन्होंने ऐसा क्यों किया? इन सभी को विभाग में स्थापित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बुलाकर सत्यापन किया जा रहा है।
50 से अधिक शिक्षकों का सत्यापन हो चुका है। विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि हर दिन शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। 21 मार्च के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी कौन-कौन से शिक्षक नहीं आये।