Friday, February 7, 2025
Google search engine
HomeLife StyleBikaner: आप खाते-खाते थक जाएंगे पर खत्म नहीं होगी वैरायटी, इस ठेले...

Bikaner: आप खाते-खाते थक जाएंगे पर खत्म नहीं होगी वैरायटी, इस ठेले पर मिलते हैं 150 तरह के गोलगप्पे


रिपोर्ट: निखिल स्वामी
बीकानेर. गोलगप्पे का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. आमतौर पर चार से पांच फ्लेवर के गोलगप्पे हर कहीं मिल जाते हैं. लेकिन, बीकानेर के धर्मेंद्र अग्रवाल के गोलगप्पे की बात ही अलग है. वे करीब 150 तरह के गोलगप्पे अपने हाथों से बनाते है. इन 150 तरह के गोलगप्पो के स्वाद को चखने के लिए भारत के कोने-कोने से लोग बीकानेर आते हैं.

शहर के अण्णाचा बाई हॉस्पिटल के पीछे धर्मेंद्र अग्रवाल टैक्सी में गोलगप्पे रखते हैं. हालांकि, इस टैक्सी में 150 तरह के फ्लेवर एक साथ नहीं आते है, इसलिए वे हर समय 20 से 25 तरह के फ्लेवर अपनी टैक्सी में रखते है. धर्मेंद्र बताते है कि जब ऑर्डर आता है तो 150 तरह के गोलगप्पे बनाए जाते हैं .

खराब हुए मसालों से किया प्रयोग
धर्मेंद्र ने बताया कि अलग-अलग तरह के गोलगप्पे बनाने का उद्देश्य है कि लोगों को अलग-अलग तरह का स्वाद चाहिए, इसलिए कई तरह के गोलगप्पे वे बनाते हैं. धर्मेंद्र ने बताया कि एक दिन गोलगप्पे बनाते समय तैयार मसाले में लाल मिर्ची का पूरा पैकेट गिर गया, सारा मसाला खराब हो गया. मैंने उसी मसाले से गोलगप्पे बना डाले, बेमेल मसाले का स्वाद ग़ज़ब का निकला. रोज़मर्रा से अधिक तीखा मसाला भी ग्राहकों को अच्छा लगा.एक दिन उन्होंने पत्ता गोभी के पानी के गोलगप्पे बनाकर देखे, लोगों से वाहवाही मिली. आलू और प्याज के फ्लेवर वाले गोल गप्पे भी बनाए. फिर नित नए आइडिया दिमाग में आते चले गए, गोलगप्पे बनते गए- ग्राहक खाते गए उसका मनोबल बढ़ता गया.

आपके शहर से (बीकानेर)

लिम्का बुक ऑफ नेशनल रिकॉर्ड में नाम दर्ज
धर्मेंद्र ने बताया कि वे 2009 से ही गोलगप्पे बनाने का काम कर रहे हैं. 2010 में लिम्का बुक ऑफ नेशनल रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज किया है. उन्होंने लिम्का बुक में 121 तरह के गोलगप्पे बनाने का रिकॉर्ड बनाया था और आज वे 150 तरह के गोलगप्पे बनाते है.

यह हैं गोलगप्पे के फ्लेवर
धर्मेंद्र ऑर्डर पर चॉकलेट, गुलाब, पाइनेपाल, स्ट्रॉबरी, टूटी फ्रूटी, अमरूद, प्याज, लहसुन, पान बाहर, मिक्स फ्रूट, खीरे, घीया, लॉकी, आलू, पालक, मेथी, चंदेलिया, लौंग, कालीमिर्च, जायफल, जावित्री, बादाम, केसर, काला खट्टा, पिपरमेंट, केवड़ा, सफेद गुलाब, जल जीरा, नेपाली धनियां, पनीर, गन्ना, वनीला, मिल्क मांगो, खस खस, अमेरिकन क्रीम, नारियल, पिस्ता, काजू, बेला, मलाई, ऑरेंज, बनाना, मौसमी, रसभरी, लेमन, तरबूज, कोकोनट, लीची, एप्पल सेव, अनार, बिल, संतरा, अंगूर, काला जामुन, पपीता, चीकू, काचरी, शाही जीरा, जायफल, पीपल पान, ब्रिटेनिया 50-50, पारले जी, क्रीम्स चॉकलेट, चिप्स आलू, छोटी हड़, कुरकुरे, काला नमक, ऊंटनी दूध, कचोड़ी, मसाला डोसा आदि वैरायटी के गोलगप्पे बनाते हैं.

कौन सा है सबसे महंगा गोलप्पा?
धर्मेंद्र ने बताया कि 150 तरह के गोलगप्पों में सबसे महंगा गोलगप्पा पान बाहर और जावित्री वैरायटी का है, जो एक 5 से 6 रुपये का बिकता है. जबकि फ्लेवर के गोलगप्पे 20 रुपये के पांच  देते हैं. जबकि बिना फ्लेवर के 20 के 6 मिलते हैं. वे बताते है कि धूप नहीं लगने से यह गोलगप्पे दो माह तक खराब नहीं होते.

Tags: Bikaner news, Food



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments