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BPSC Shikshak Bharti: मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सोमवार को हुई महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर भी कई दलों के विधायकों ने संशोधन की बात उठाई। कांग्रेस की ओर से भी इस बाबत बातें रखी गईं। सीपीआई, सीपीएम ने नई नियुक्ति नियमावली को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया कि बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र (14 जुलाई तक) बाद सभी दल बैठकर इसपर विमर्श कर लेते हैं। उन्होंने डोमिसाइल को लेकर भी इसी बैठक में चर्चा कर लेने का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री ने सत्र के दौरान सभी विधायकों को मौजूद रहने का निर्देश दिया। वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने विपक्षी एकजुटता में पटना बैठक की महत्ता पर विस्तार से बातें रखीं। उन्होंने भी महागठबंधन के विधायकों को एकजुट रहने का आह्वान किया। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद ने कहा कि राज्य में बारी-बारी से कांग्रेस, राजद और जदयू को शासन करने का मौका मिला है। कोई दल एक-दूसरे के शासन पर कोई टिप्पणी न करे तो बेहतर होगा। सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने बताया कि बैठक में महागठबंधन दल के सभी नेताओं द्वारा अपनी बात रखी गई तथा यह बताया गया कि घटक दल की सभी सदस्य निश्चित रूप से सदन में उपस्थित रहेंगे। बिहार विधान मंडल में सकारात्मक चर्चा में भाग लेंगे तथा विपक्ष द्वारा उठाए गए बातों का मुस्तैदीपूर्वक जवाब देंगे।
जब न्यायालय का निर्णय आएगा उसके बाद देखा जाएगा : चौधरी
संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने सोमवार को महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक के बाद पत्रकारों से भाजपा द्वारा तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग पर कहा कि इसका कोई मतलब है क्या? उन्होंने कहा कि जब न्यायालय का निर्णय आएगा, उसके बाद ही देखा जाएगा। उल्टे सवाल करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि न्यायालय ने तेजस्वी यादव को क्या दोषी करार दे दिया है? उन्होंने कहा कि कुछ लोग बीजेपी के एजेंडे पर चल रहे हैं, उससे कुछ होने वाला नहीं है। उनसे जब पूछा गया कि नालंदा राजगीर में तेजस्वी यादव के पोस्टर गायब हैं तो उन्होंने कहा कि आपने वह देखा, लेकिन आज सब लोग साथ एकही गाड़ी में विधानसभा आए यह आपको दिखाई नहीं दे रहा है?