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BPSC Teacher Recruitment 2023: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित करीब 90 हजार शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया गया है। ये शिक्षक अपने-अपने स्कूल में योगदान करना प्रारंभ कर दिए हैं। वहीं, राज्य के छह जिले के शिक्षकों का स्कूल आवंटन अभी नहीं हो सका है। इनमें मोतिहारी, मधुबनी, बक्सर, भागलपुर, सहरसा व बांका शामिल है।
मालूम हो कि आयोग द्वारा एक लाख 20 हजार 336 शिक्षकों का चयन किया गया है। इनमें करीब एक लाख दस हजार ने औपबंधिक नियुक्तिपत्र प्राप्त किया है। इन शिक्षकों को सॉफ्यवेयर के माध्यम से स्कूल आवंटित किया जा रहा है। 32 जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया गया है। छठ पूजा तक सभी शिक्षकों को योगदान कराने का निर्देश विभाग ने दिया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों और कर्माचारियों की छुट्टी रद की गई है। वहीं, स्कूल के प्राधानाध्यापकों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह नए शिक्षकों का योगदान कराएंगे।
तीन जिलों के डीईओ और डीपीओ से स्पष्टीकरण
शिक्षा विभाग ने राज्य के तीन जिलों के डीईओ और डीपीओ से स्पष्टीकरण पूछा है कि क्यों न आपलोगों को निंदा की सजा दी जाये। इनमें सारण, सीवान और समस्तीपुर के डीईओ-डीपीओ शामिल हैं। विभाग ने कहा है कि एक ही विद्यालय में रिक्ति से अधिक शिक्षकों का पदस्थापन हो गया है, जो गंभीर लापरवाही और आदेश के उल्लंघन का द्योतक है। निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी ने इसको लेकर समस्तीपुर के डीईओ मदन राय, डीपीओ (स्थापना) नरेंद्र कुमार सिंह, सारण डीईओ कौशल किशोर, डीपीओ (स्थापना) दिलीप कुमार सिंह और सीवान के डीईओ मिथिलेश कुमार और डीपीओ (स्थापना) अवधेश कुमार को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है। विभाग ने कहा है कि आपके जिला में स्कूल आवंटन में शिक्षकों का एकीकरण नहीं किये जाने और मुख्यालय स्तर पर उनके पदस्थापन के अंतिम चरण में किये गये सत्यापन के क्रम में वास्तविक स्थिति स्पष्ट नहीं किये जाने के कारण एक ही स्कूल में अधिक शिक्षकों का पदस्थापन हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार सारण के एक ही जिले में कई संगीत के शिक्षकों का पदस्थापन हो गया है। वहीं, सीवान जिले के संस्कृत शिक्षकों का पदस्थापन में त्रुटि हुई है। इसी तरह की गड़बड़ी समस्तीपुर में भी हुई है।