Home Education & Jobs BPSC TRE : बिना STET चयन कैसे, एक का नाम कई लिस्ट में, बिहार शिक्षक भर्ती के रिजल्ट पर उठे कई सवाल

BPSC TRE : बिना STET चयन कैसे, एक का नाम कई लिस्ट में, बिहार शिक्षक भर्ती के रिजल्ट पर उठे कई सवाल

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बीपीएससी बिहार 1.70 लाख शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जारी होने के बाद इस पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं। अभ्यर्थियों ने इसमें कई तरह की गड़बड़ियों का आरोप लगया है। हंगामा कर रहे कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जिन्होंने एसटीईटी पास नहीं किया है, उनका भी रिजल्ट दे दिया गया है। एक अभ्यर्थी ने बताया एसटीईटी की डिग्री न होने पर भी 11वीं 12वीं के शिक्षक पद के लिए उनका चयन हो गया है। बवाल काट रहे उम्मीदवारों ने बताया कि बिना एसटीईटी वाले इन अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा में शामिल कराया गया। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में भी सफल करार दे दिया गया। इसके अलावा शैक्षणिक कागजात का सत्यापन को लेकर भी अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं। अपनी आपत्तियों को लेकर अभ्यर्थियों ने बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग के बाहर हंगामा भी किया था। शिक्षक नियुक्ति को लेकर अभ्यर्थी प्रतीक्षा सूची के साथ मेधा सूची जारी करने की मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों को पुलिस ने भगा दिया। इसके बाद अभ्यर्थी विकास भवन का घेराव करने लगे जहां से पुलिस ने खदेड़ दिया। 

अभ्यर्थियों की आपत्तियां

– बिना एसटीईटी वालों का 11वीं 12वीं टीचर भर्ती में चयन।

– एक अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि कइयों का रिजल्ट एक से अधिक वर्ग में दिया गया है जबकि विज्ञापन में लिखा था कि एक अभ्यर्थी, एक रिजल्ट। यानी जिनका 11वीं 12वीं वर्ग में रिजल्ट देंगे, उनका रिजल्ट 9वीं 10वीं में नहीं देंगे। और जिनका 9वीं 10वीं  में देंगे, उनका 1-5वीं वर्ग में नहीं देंगे।

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– बड़ी संख्या में पहुंचे कंप्यूटर साइंस के अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जिन छात्रों ने 2019 के बाद कंप्यूटर साइंस की डिग्री ली है, उनका रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है, जबकि 2019 के पहले तक अभ्यर्थी को ही मौका दिया जाना था।

– कक्षा एक से 5 तक के शिक्षक के लिए डीएलएड अभ्यर्थियों का ही चयन होना था लेकिन कई बीएड अभ्यर्थी चयनित हो गए हैं जो डीएलएड पास हैं ही नहीं। 

– एक आक्रोशित अभ्यर्थी ने कहा, ‘पहली से 5वीं वर्ग की शिक्षक भर्ती में 40 हजार नियोजित शिक्षकों को भर्ती कर लिया गया है। 15 हजारी अन्य राज्यों से आ गए हैं। बिहारियों का क्या मिला है? नियोजितों को क्यों इसमें लिया जा रहा है। फ्रेशर्स से ये सीट भरी जानी चाहिए। 

इससे पहले बीपीएससी कार्यालय के पास बीएड अभ्यर्थी भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे। इनकी मांग थी कि उनका भी रिजल्ट बीपीएससी जारी करे। जब परीक्षा ली गयी तो फिर रिजल्ट क्यों हटा दिया गया है। 



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