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बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण के चयनित अभ्यर्थियों को 10 मार्च तक स्कूल में योगदान देने का अंतिम मौका दिया गया है। विभाग ने मंगलवार को यह निर्देश दिया है। पहले 29 फरवरी तक स्कूल में योगदान करने का आदेश दिया गया था। अब तक जिले समेत सूबे में 20 फीसदी से अधिक शिक्षकों ने स्कूल में योगदान नहीं दिया है।
मुजफ्पुरपुर जिले में 3039 को नियुक्ति पत्र दिया गया था। इनमें से अब तक लगभग 2863 शिक्षकों ने ही योगदान दिया है। बिहार लोक सेवा आयोग ने द्वितीय चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों को जिलों में काउंसिलिंग व नियुक्ति के बाद स्कूल पदस्थापन पत्र जारी किया था। स्कूल में योगदान की अंतिम तिथि 29 फरवरी तय की गई थी। विभागीय स्तर पर समीक्षा में सामने आया कि अभी भी विभिन्न जिलों में 300 से 800 शिक्षकों ने योगदान नहीं दिया है। इस पर निदेशक ने स्कूल में योगदान की अंतिम तिथि 10 मार्च तय करने का निर्देश दिया। इस तिथि के बाद योगदान स्वीकृत नहीं होगा।
थंब इंप्रेशन में 613 का हुआ सत्यापन:
मुजफ्फरपुर जिले में दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति में पिछले तीन दिनों में 665 शिक्षकों के थंब इंप्रेशन की जांच का लक्ष्य था। इसमें से अब तक 613 का सत्यापन हुआ है। जांच कर्मियों ने बताया कि दो शिक्षकों का छुट्टी का आवेदन मिला है। लगभग एक दर्जन का मिलान नहीं हुआ है। अन्य के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।