ऐप पर पढ़ें
BSEB Bihar Board Online: कर्नाटक समेत देश के 28 बोर्ड ने बिहार बोर्ड के 10वीं -12वीं के छूटे हुए परीक्षार्थियों के लिए आयोजित विशेष परीक्षा को काफी पसंद किया है। छात्रहित में उठाये गये इस कदम को सभी ने अपने यहां लागू करेंगे। वहीं 12वीं में दाखिले की ऑनलाइन व्यवस्था ओएफएसएस (ऑनलाइन फैशिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट) और टॉपर्स के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था को भी अपनायेंगे।
कर्नाटक बोर्ड के अधिकारी समर पिल्लई ने बताया कि हम अपने बोर्ड में भी विशेष परीक्षा शुरू करेंगे। इससे बच्चों का साल बर्बाद नहीं होगा। पंजाब बोर्ड के सचिव योगराज शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय कॉन्क्लेव में अलग-अलग बोर्ड को जानने का मौका मिला। बिहार बोर्ड का फोटो युक्त प्री-प्रिंटेड उत्तरपुस्तिका काफी कारगर है। हम इसे लागू करेंगे। दो दिनों तक चले कॉन्क्लेव में देशभर से 24 राज्यों के 32 बोर्ड के पदाधिकारी शामिल हुए। कई ने बिहार बोर्ड के प्रश्न पत्र के दस प्रश्न पत्र सेट की तारीफ की। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की सचिव मेधना चौधरी ने बताया कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र का दस सेट एक अच्छी पहल है। हम अगले साल से इसे लागू करेंगे। हरियाणा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव ने बताया कि नि:शुल्क कोचिंग व्यवस्था बेहतर प्रयास है।
परीक्षा प्रणाली, मूल्यांकन और जल्द रिजल्ट की तकनीक अपनाएंगे
बिहार बोर्ड के परीक्षा लेने से लेकर मूल्यांकन और रिजल्ट देने की प्रक्रिया को कई बोर्ड ने अपनाने की बात की। गोवा बोर्ड के सचिव वीबी नाइक ने बताया कि हमारे बोर्ड में छात्रों की संख्या कम है, इसके बावजूद दो से तीन महीने में रिजल्ट दे पाते हैं। बिहार बोर्ड की आधुनिक परीक्षा प्रणाली को हम अपनायेंगे। सॉफ्टवेयर को विकसित करेंगे। उतराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद नैनीताल की नीता तिवारी ने बताया कि दो शिफ्ट में मूल्यांकन प्रक्रिया काफी बेहतर है।
मैट्रिक-इंटर में 50% वस्तुनिष्ठ प्रश्न देने की सराहना
बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक और इंटर में 50 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर ओएमआर पर देने की व्यवस्था को ज्यादातर बोर्ड ने सराहा। बोर्ड पदाधिकारियों का कहना था कि इससे आधे अंकों का मूल्यांकन स्कैनर द्वारा हो जाता है। रिजल्ट तैयार करने में तेजी आती है। पंजाब बोर्ड के पदाधिकारी ने बताया कि वस्तुनिष्ठ प्रश्न तो हम भी देते है, लेकिन ओएमआर पर उत्तर नहीं लेते हैं। इस व्यवस्था को हम लागू करेंगे।
बिहार बोर्ड के इन नए प्रयोग को अपनायेगा अन्य राज्य बोर्ड:
- – परीक्षा की पूरी व्यवस्था को कंप्यूटराइज करना
- – मूल्यांकन में कंप्यूटर का इस्तेमाल और ऑनलाइन व्यवस्था
- – प्री-प्रिंटेड ओएमआर शीट की व्यवस्था
- – उत्तरपुस्तिका पर विद्यार्थी की तस्वीर
- – सभी परीक्षार्थियों को यूनिक आईडी देना
- – बारकोडेड कॉपियों के अंकों की प्रविष्टि सीधे कंप्यूटर के माध्यम से मूल्यांकन केंद्र से करना